


नाथद्वारा। वैष्णव परंपरा की आस्था-भूमि नाथद्वारा में रविवार को एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और सामाजिक पहल की घोषणा हुई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन कर “यात्री एवं वरिष्ठ सेवा सदन” प्रोजेक्ट की शुरुआत की घोषणा की और मंदिर को ₹15 करोड़ का दान दिया। अंबानी ने श्रीनाथजी की भोग-आरती के दर्शन किए और पूज्य गुरु विशाल बावा साहेब से आशीर्वाद प्राप्त किया।
यह सेवा सदन तीर्थयात्रियों और वरिष्ठ वैष्णव भक्तों के लिए विशेष रूप से विकसित किया जाएगा। लगभग ₹50 करोड़ की लागत से बनने वाला यह परिसर अगले तीन वर्षों में पूर्ण होने की संभावना है। परियोजना के अनुसार सेवा सदन में 100 से अधिक कमरे होंगे, जहाँ स्वच्छ, सुरक्षित और सम्मानपूर्ण आवास उपलब्ध होगा। इसके अतिरिक्त इसमें 24x7 मेडिकल यूनिट, नर्सिंग व फिजियोथेरेपी सेवाएं, सत्संग-प्रवचन हॉल, और पुष्टिमार्ग की थाल-प्रसाद परंपरा पर आधारित भोजनालय भी होगा। उद्देश्य यह है कि नाथद्वारा आने वाला हर भक्त सेवा, भक्ति और सौहार्द से भरे वातावरण में विश्राम कर सके।
इस परियोजना से अंबानी परिवार के छोटे पुत्र अनंत अंबानी सीधे जुड़े हुए हैं और स्वयं इसकी प्रगति पर निगरानी रखेंगे। मुकेश अंबानी ने इस अवसर पर कहा, “हमें गर्व होना चाहिए कि हम वैष्णव हैं। सनातन धर्म और आचार्य परंपरा के अनुयायी होना हमारा सौभाग्य है।”
नाथद्वारा आने से पहले मुकेश अंबानी ने केरल के गुरुवायुर मंदिर में भी दर्शन कर ₹15 करोड़ का दान दिया था। इसके तुरंत बाद वे आंध्र प्रदेश के तिरुमला तिरुपति देवस्थानम पहुंचे, जहाँ भगवान श्री वेंकटेश्वर के दर्शन किए। अंबानी परिवार के इन धार्मिक यात्राओं और दान कार्यों ने आगामी आध्यात्मिक परियोजनाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को और सशक्त रूप से प्रदर्शित किया है।