अजमेर। बोराज तालाब की पाल टूटने से आई जलप्रलय में प्रभावित परिवारों को राहत राशि वितरण को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है। पीड़ितों ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी द्वारा दी गई सहायता राशि को नाममात्र बताते हुए अपनी पीड़ा जाहिर की। प्रभावितों का कहना है कि लाखों रुपये का नुकसान होने के बावजूद उन्हें मात्र कुछ हजार रुपये देकर टरका दिया गया, जो “ऊंट के मुंह में जीरा” के समान है।
राहत शिविर के दौरान कई महिलाओं और परिजनों ने सामने आकर कहा कि उनके घर, सामान और वाहन बह गए, कई मकान ढह गए, लेकिन सरकार की ओर से उन्हें वास्तविक नुकसान की भरपाई तो दूर, सांकेतिक मदद तक नहीं मिल सकी।
इस मौके पर पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ और उत्तर विधानसभा कांग्रेस टीम ने पीड़ित परिवारों को राशन सामग्री, शिक्षण सामग्री, कपड़े और बिस्तर वितरित किए। राठौड़ ने कहा कि जिला प्रशासन का सर्वे सच्चाई और मानवीय संवेदनाओं से परे है। उन्होंने ऐलान किया कि कांग्रेस की टीम ने अलग से घर-घर जाकर नुकसान का सर्वे किया है और यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी को सौंपी जाएगी।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और उचित मुआवजा दिलाने के लिए वे मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री से मिलकर जनता की भावना से उन्हें अवगत कराएंगे। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि हमारी टीम के सर्वे को आधार मानकर मुआवजा दिया जाए और यदि प्रशासन को शंका हो तो दोनों सर्वे का क्रॉस-टैली किया जाए ताकि “दूध का दूध और पानी का पानी” हो सके।
इस दौरान पूर्व विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. राजुकमार जयपाल, नेता प्रतिपक्ष द्रोपदी कोली, ब्लॉक अध्यक्ष शैलेन्द्र अग्रवाल, वाहिद मोहम्मद, महेंद्र जोधा, आरिफ खान, विकास चौहान, चितलेश बंसल, भंवर सिंह राठौड़ समेत कई कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।