जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा सरकार पर “वोट चोरी” और संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर 2025 तक ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ हस्ताक्षर अभियान शुरू करने का ऐलान किया है। इस संबंध में शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर हुई अहम बैठक में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने जिला व विधानसभा प्रभारियों, पदाधिकारियों और अभियान प्रभारी नेताओं को दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, सहप्रभारी चिरंजी राव, रित्विक मकवाना और पूनम पासवान भी शामिल रहे। बैठक में जिला एवं विधानसभा प्रभारियों को अभियान के लिए डॉकेट वितरित किए गए।
डोटासरा ने कहा कि भाजपा सत्ता हथियाने के लिए हर संभव हथकंडे अपना रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा में अतिरिक्त कैमरे लगाकर विपक्षी नेताओं की जासूसी की जा रही है। डोटासरा बोले— “सदन की कार्यवाही नहीं होने के दौरान विपक्षी नेताओं के वीडियो और आवाज रिकॉर्ड करना निजता का हनन है। यह प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री और आरएसएस की शह पर किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की पड़ताल में सामने आया कि इन कैमरों का एक्सेस विधानसभा अध्यक्ष के रेस्ट रूम से हो रहा था और अब उनकी केबल हटाई जा रही है। डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और विपक्ष के खिलाफ इस तरह की गतिविधियाँ लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ हैं।
प्रदेश प्रभारी रंधावा ने पदाधिकारियों से कहा कि संगठन की मजबूती ही नेताओं को ताकत देती है। उन्होंने जिलाध्यक्षों को जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया। वहीं, गहलोत, जूली और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी अभियान को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से जुटने की अपील की।
अभियान के पहले चरण में 15 से 17 सितम्बर तक जिला कांग्रेस कमेटियों की बैठकें होंगी। इसके बाद ब्लॉक, मंडल और नगर स्तर तक बैठकों का आयोजन होगा। पहले चरण में कांग्रेस पदाधिकारी हस्ताक्षर करेंगे, जबकि अगले चरण में नेता और कार्यकर्ता घर-घर जाकर आमजन से हस्ताक्षर लेंगे और भाजपा सरकार की वोट चोरी और नीतिगत विफलताओं को उजागर करेंगे।