



जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को जवाहर कला केंद्र में आयोजित सरस राजसखी राष्ट्रीय मेले का विधिवत शुभारंभ किया। मेले में पहुंचकर उन्होंने राजस्थान सहित देशभर से आई महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया और उनके द्वारा निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता व परंपरागत शिल्पकला की सराहना की। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के हुनर, परिश्रम और उद्यमशीलता की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने लखपति दीदी और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से आत्मीय संवाद करते हुए कहा कि इन समूहों ने ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्वावलंबन, सामाजिक सशक्तिकरण और रोजगार सृजन की मजबूत नींव रखी है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अब केवल अपने परिवार ही नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि “सरस मेला इस बात का प्रमाण है कि सही नीतियां, मजबूत संस्थागत ढांचा और प्रभावी क्रियान्वयन मिलकर महिलाओं के जीवन में स्थायी परिवर्तन ला सकते हैं। यह आयोजन आत्मनिर्भर राजस्थान और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प का प्रतीक है।”
उल्लेखनीय है कि 4 जनवरी 2026 तक चलने वाले इस राष्ट्रीय मेले में ग्रामीण भारत की समृद्ध संस्कृति, परंपरागत शिल्प, लोक कला, वस्त्र, हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट का भव्य प्रदर्शन किया जा रहा है। मेले में राजस्थान सहित देश के 24 राज्यों से लगभग 300 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें स्थानीय कला, हस्तशिल्प, गांवों की पारंपरिक उत्पाद श्रंखला और विविध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास, अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्रेया गुहा, तथा आजीविका परियोजनाओं एवं स्वयं सहायता समूहों की स्टेट मिशन निदेशक नेहा गिरी सहित बड़ी संख्या में आमजन और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।