Friday, 20 September 2024

राज्यपाल कलराज मिश्र की कार्यशैली पर पक्ष-विपक्ष के विधायकों ने उठाए सवाल हो गई विदाई, मनोनीत राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े से प्रदेशवासियों को है बहुत आशाएं


राज्यपाल कलराज मिश्र की कार्यशैली पर पक्ष-विपक्ष के विधायकों ने उठाए सवाल हो गई विदाई, मनोनीत राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े से प्रदेशवासियों को है बहुत आशाएं

राजस्थान के मनोनीत राज्यपाल राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े 31 जुलाई बुधवार को शाम 4:00 बजे राज्यपाल की शपथ ले लेंगे। इसी के साथ राज्यपाल कलराज मिश्र पूर्व राज्यपाल हो जाएंगे। राज भवन के कर्मचारियों और अधिकारियों ने मंगलवार को उन्हें उन्हें विदाई देने का काम भी कर दिया है। राज्यपाल के सचिन गौरव गोयल ने स्मृति चिन्ह देकर उन्हें राजभवन के अधिकारी और कर्मचारियों ने सम्मान प्रकट किया। राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी सभी के प्रति आभार जाता है और कहां की जो प्यार और सम्मान राजस्थान से मिला है वह उसे कभी भुला नहीं पाएंगे। 

राजपाल कलराज मिश्र मंगलवार को राज्य के बजट को भी मंजूरी प्रदान की। राज्यपाल कलराज मिश्र लंबे समय तकराजस्थान में भाजपा के प्रभारी के रूप में भी काम कर चुके हैं।यही कारण रहा कि वे राजनीति में भी राज्यपाल होने के बाद भी चर्चित रहे। राज्यपाल द्वारा प्रदेश की विभिन्न विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्तियों को लेकर विधानसभा में कांग्रेस और सत्ताधारी पार्टियों के विधायकों ने कई सवाल खड़े किए। तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी उन्हें विश्वविद्यालय की नियुक्तियों में खुली छूट दी उसका परिणाम भी शिक्षा के क्षेत्रविपरीत पड़ा। विश्वविद्यालय में कुलपति की कार्य प्रणाली को लेकर स्पष्ट के विधायकों ने सवाल उठाए जांच कराई गई लेकिन परिणाम कुछ भी नहीं निकला।

राजपाल कलराज मिश्र पर अपने प्रदेश केशिक्षाविदों को कुलपति पद पर नियुक्ति देने से नाराजसत्ता और विपक्ष विधायकों ने जो कुछ लगाए वह निश्चित तौर पर राजस्थान के शिक्षाविदों को लेकर प्रश्न पैदा करता है। तत्कालीन मुख्यमंत्री गहलोत के शासनकाल में विधानसभा में कुछ कुलपतियों के खिलाफ भ्रष्टाचार करने और नियम विरोध काम करने को लेकर जांचकरने और दोषी के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव की पारित किया गया। लेकिनउनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और वे चले गए। मौजूदा स्थिति में कई विश्वविद्यालय कुलपतियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं अब मौजूदा सरकार उनके खिलाफ कोई जांच कर पाएगी यह सवाल उठता है। विधानसभा में कुलपतियों की कर शैली को लेकर भी सवाल खड़े किए गए हैं।

मनोनीत राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े बुधवार को राज्यपाल की शपथ ले लेंगे वे महाराष्ट्र से आते हैं और उनका राजनीतिक जीवन बहुत ही साफ सुथरा रहा है। प्रदेश के लोग यह विश्वास व्यक्त करते हैं कि आने वाले राज्यपाल उच्च शिक्षा में हुई गड़बड़ियों पर ध्यान देंगे और उसे सुधारने में अहम भूमिका निभाएंगे। 

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