मोतिहारी (बिहार): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के मोतिहारी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्वी भारत के विकास का नया रोडमैप देश के सामने रखा। उन्होंने अपने भाषण में स्पष्ट कहा कि जैसे पश्चिमी भारत में मुंबई, पुणे और गुरुग्राम जैसे शहर अवसरों के केंद्र बन गए हैं, अब पूर्वी भारत में भी वही संभावनाएं मोतिहारी, पटना और गयाजी में दिखाई देने लगी हैं। पीएम ने कहा, “यह पूर्वी भारत का समय है। आने वाले वर्षों में मोतिहारी का नाम मुंबई जैसा होगा, गयाजी में होंगे गुरुग्राम जैसे अवसर और पटना बनेगा नया पुणे।”
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें — विशेषकर कांग्रेस और RJD — बिहार से बदला लेती थीं और फंड रोककर विकास को बाधित करती थीं। “2014 में जब मुझे सेवा का अवसर मिला, मैंने वो बदला लेने वाली राजनीति हमेशा के लिए खत्म कर दी,” उन्होंने कहा।
सभा में उन्होंने एक नई योजना की घोषणा की, जिसके तहत 1 अगस्त 2025 से पहली प्राइवेट नौकरी पाने वाले युवाओं को केंद्र सरकार ₹15,000 की आर्थिक सहायता देगी। पीएम मोदी ने नीतीश कुमार को अपना मित्र बताया और राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की, विशेषकर पेंशन वृद्धि, लखपति दीदी योजना और रोजगार सृजन को लेकर।
प्रधानमंत्री ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख करते हुए कहा कि यह संकल्प बिहार की धरती से लिया गया था और इसकी सफलता अब वैश्विक स्तर पर देखी जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में 7 लाख गरीबों को पक्के मकान दिए गए हैं, जिनमें सिर्फ मोतिहारी में 3 लाख परिवारों को लाभ मिला है।
सभा के अंत में पीएम ने कहा, “बिहार के पास न सामर्थ्य की कमी है, न संसाधनों की। जरूरत है सिर्फ सही सोच और स्थिर सरकार की — जो अब हमारे पास है।”
आज बिहार के मोतिहारी से हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर अत्यंत प्रसन्न हूं। राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है। https://t.co/qMOMBKqdno
— Narendra Modi (@narendramodi) July 18, 2025