जयपुर: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। पेपर लीक प्रकरण और विवादों से घिरे आयोग की संरचना में बदलाव किया गया है। राज्यपाल की मंजूरी के बाद अब आयोग में सदस्यों की संख्या 7 से बढ़ाकर 10 कर दी गई है। इस आशय का नोटिफिकेशन कार्मिक विभाग ने गुरुवार देर रात जारी किया। सरकार अब तत्काल चार नए सदस्यों की नियुक्ति कर सकेगी।
सूत्रों के मुताबिक, इस बार नए सदस्यों के चयन में राजनीतिक चेहरों की बजाय साफ-सुथरी छवि वाले पूर्व IAS/IPS अधिकारी और प्रोफेशनल्स को प्राथमिकता दी जा रही है। सोमवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इस संशोधन को मंजूरी दी गई थी।
फिलहाल RPSC में अध्यक्ष सहित कुल 10 सदस्यों की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें से तीन सदस्य अगले साल रिटायर हो रहे हैं—कैलाश मीणा का कार्यकाल जुलाई 2026, डॉ. संगीता आर्य और डॉ. मंजू शर्मा का कार्यकाल अक्टूबर 2026 में समाप्त होगा। जबकि कर्नल केसरी राठौड़ और प्रोफेसर अयूब खान का कार्यकाल 2029 तक रहेगा। इसका मतलब है कि अगले अक्टूबर तक 8 सदस्य नए चेहरों के रूप में शामिल होंगे।
सरकार ने पहले ही पूर्व डीजीपी यू.आर. साहू को RPSC का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। एक सदस्य पद पहले से खाली है, और निलंबित सदस्य बाबूलाल कटारा का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। संभावना जताई जा रही है कि उनकी जल्द बर्खास्तगी हो सकती है, जिससे एक और सीट खाली हो जाएगी।