Friday, 18 July 2025

चित्तौड़गढ़ में शिक्षक बना हैवान: 59 साल के सरकारी टीचर ने बच्चों से अश्लील हरकतें करवाईं, वीडियो बनाकर देता था फेल करने की धमकी, गिरफ्तार


चित्तौड़गढ़ में शिक्षक बना हैवान: 59 साल के सरकारी टीचर ने बच्चों से अश्लील हरकतें करवाईं, वीडियो बनाकर देता था फेल करने की धमकी, गिरफ्तार

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं इलाके से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक 59 वर्षीय सरकारी स्कूल टीचर ने अपने ही छात्रों के साथ अश्लील हरकतें करने और करवाने का आरोप लगा है। आरोपी टीचर बीते दो वर्षों से मासूम बच्चों का यौन शोषण कर रहा था, उनके आपसी अश्लील क्रियाकलापों के वीडियो बनाकर मोबाइल में रखता था और फेल करने की धमकी देकर चुप रहने को मजबूर करता था।

घटना का खुलासा तब हुआ जब एक छात्र ने टीसी कटवाने की जिद की। घरवालों ने कारण पूछा तो उसने शिक्षक की घिनौनी करतूतें उजागर कर दीं। परिजनों ने जैसे ही यह बात गांव वालों को बताई, सुबह 9 बजे स्कूल के बाहर जमकर हंगामा हुआ। स्कूल में ताला लगाने की कोशिश की गई और प्रदर्शन शुरू हो गया। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार विष्णु यादव और थानाधिकारी शिवलाल मीणा ने लोगों को समझाइश देकर स्थिति संभाली।

स्थानीय लोगों के अनुसार, आरोपी ग्रेड थर्ड शिक्षक पिछले 7 सालों से इस स्कूल में तैनात था और पहली से पांचवीं कक्षा तक अंग्रेजी और गणित पढ़ाता था। आरोपी की सेवानिवृत्ति इसी वर्ष 30 नवंबर 2026 को निर्धारित थी। पीड़ित बच्चों की उम्र 12 से 18 साल के बीच है।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा"वीडियो देखकर लगता है यह शिक्षक नहीं, राक्षस है।"

ACBEO बालूराम भील ने बताया कि – "अब तक ऐसी किसी हरकत की शिकायत नहीं मिली थी। जैसे ही मामला सामने आया, डूंगला सीबीईओ अनिल पोरवाल के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गई है। पीड़ित बच्चों का मेडिकल परीक्षण कराया गया है।"

थानाधिकारी शिवलाल मीणा ने बताया कि आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है और बच्चों के 10 से 15 अलग-अलग बयान दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने POCSO Act, SC/ST Act, और IT Act की संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया है।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की प्रतिक्रिया:

"चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं क्षेत्र स्थित आंवलहेड़ा विद्यालय में पदस्थ शिक्षक द्वारा छात्रों के साथ की गई अशोभनीय और आपत्तिजनक हरकत अत्यंत निंदनीय है। यह कृत्य न केवल शिक्षक धर्म के विरुद्ध है, बल्कि सामाजिक और नैतिक मर्यादाओं की भी घोर अवहेलना करता है।

शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को आरोपी शिक्षक के विरुद्ध तत्काल सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। हमारी सरकार ऐसी घिनौनी घटनाओं के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। दोषी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने का दुस्साहस न कर सके।

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