पुष्कर। अखिल भारतीय निर्वाण पीठाधीश्वर एवं राजगुरु आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती जी के पुष्कर आगमन पर आज कपालेश्वर महादेव मंदिर एवं रामधाम परिसर में उनका भव्य स्वागत और आत्मीय अभिनंदन किया गया। स्वागत समारोह का शुभारंभ वैदिक परंपरा के साथ कपालेश्वर महादेव मंदिर में हुआ, जहां मंदिर के महंत सेवानंद गिरि, सनातन धर्म रक्षा संघ, अजमेर के अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायाधीश अजय शर्मा, सहित कई संत-महात्माओं और श्रद्धालुओं ने स्वामी जी के पावन चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की।
मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कपालेश्वर महादेव का जलाभिषेक, पूजन एवं अर्चना विधिवत रूप से संपन्न की गई। इस दौरान विजय संस्कार द्वारा रचित पौराणिक ग्रंथ 'परशुरामचरितम' की प्रति स्वामी जी को भेंट की गई, जिसे उन्होंने सनातन परंपरा की उत्कृष्ट रचना बताया।
मंदिर प्रांगण में आयोजित धर्मचर्चा में स्वामी विशोकानंद भारती ने सनातन धर्म की वर्तमान स्थिति, जागृति के उपायों, और चातुर्मास व्रत के आध्यात्मिक महत्व पर विस्तारपूर्वक विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि वे वर्तमान में प्रेम प्रकाश आश्रम, अजमेर में दो माह का चातुर्मास व्रत कर रहे हैं। इस अवधि में प्रतिदिन प्रातः 9:30 से 10:30 बजे तथा सायं 6:30 से 7:30 बजे तक "उपनिषदों" पर व्याख्यान दे रहे हैं और प्रश्नोत्तरी सत्रों के माध्यम से युवाओं के साथ संवाद कर रहे हैं।
इस अवसर पर रामधाम में भी स्वामी जी का आत्मीय स्वागत किया गया। समारोह में प्रमुख रूप से महंत सेवानंद गिरि, पूर्व न्यायाधीश अजय शर्मा, लेखराज सिंह, विजय कुमार शर्मा, पंडित चंद्रशेखर गौड़, यज्ञ नारायण गौड़, एडवोकेट लक्ष्य शर्मा (सुप्रीम कोर्ट), अर्पित सांखला, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी रिशु पाराशर सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे।
सनातन धर्म रक्षा संघ – अजमेर के अध्यक्ष अजय शर्मा ने जानकारी दी कि चातुर्मास काल में प्रतिदिन धर्मशास्त्रों पर प्रवचन, सनातन विषयों की गूढ़ चर्चा, तथा युवा पीढ़ी को धर्म और संस्कृति से जोड़ने वाले विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।