अजमेर।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जयपुर दौरे के दौरान सोमवार को अजमेर शहर का गंज थाना विशेष रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम से जोड़ा गया। यह वही थाना है जहां भारत के नए आपराधिक कानून के तहत चेन स्नेचिंग में सजा का देश का पहला मामला दर्ज और निस्तारित हुआ था।
इस उपलब्धि के कारण पुलिस मुख्यालय ने गंज थाने को गृह मंत्री की वीसी में प्रतिनिधि थाना के रूप में चुना। कार्यक्रम के दौरान आईजी राजेंद्र सिंह, एसपी वंदिता राणा, भाजपा शहर अध्यक्ष रमेश सोनी, और थाना प्रभारी महावीर सिंह राठौड़ समेत कई अधिकारी और सामाजिक प्रतिनिधि मौजूद रहे।
यह मामला 7 फरवरी 2025 को दर्ज हुआ था।फॉयसागर रोड स्थित फिल्टर वाली गली के बाहर अरिहंत कॉलोनी निवासी आशा जैन के साथ दो बाइक सवार बदमाशों ने चेन स्नेचिंग की वारदात की थी। पीड़िता के पति राजकुमार जैन ने गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि बदमाश करीब एक तोला सोने की चेन तोड़कर फरार हो गए।
थाना प्रभारी महावीर सिंह राठौड़ ने तत्काल एएसआई राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की। टीम ने 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। पुलिस ने मात्र 4 घंटे में दोनों आरोपियों — नितेश उर्फ सोंटी (संजय नगर निवासी) और रोशन कुमार (कोटड़ा निवासी) — को गिरफ्तार कर लिया और सोने की चेन बरामद कर ली।
गंज थाने की त्वरित कार्रवाई के बाद मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया गया। वरिष्ठ अधिवक्ता सूर्यप्रकाश गांधी ने पीड़ित परिवार की ओर से पैरवी की। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को तीन साल की सजा सुनाते हुए यह मामला बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) के अंतर्गत दर्ज पहला सजा फैसला बना दिया। इस निर्णय को राजस्थान पुलिस की त्वरित कार्रवाई और न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता का प्रतीक माना जा रहा है।
गृहमंत्री अमित शाह के साथ आयोजित इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम के लिए गंज थाने में माकूल इंतजाम किए गए।इसमें पीड़ित परिवार, सीएलजी सदस्य, सुरक्षा सखी, पुलिस मित्र, ग्राम रक्षक, जनप्रतिनिधि और व्यापारिक संघों के पदाधिकारी शामिल हुए। अधिकारियों ने बताया कि यह सफलता पुलिस की प्रोफेशनल जांच प्रणाली और नई आपराधिक संहिताओं के प्रभावी क्रियान्वयन का प्रमाण है।
सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में इस प्रकरण का उल्लेख कर कहा कि बीएनएस के तहत तेजी से न्याय दिलाने की दिशा में राजस्थान पुलिस का यह प्रयास पूरे देश के लिए मिसाल है। उन्होंने कहा कि नए कानूनों का उद्देश्य केवल दंड नहीं बल्कि त्वरित न्याय और अपराध नियंत्रण की संस्कृति स्थापित करना है।