जयपुर। राजस्थान के बहुप्रतीक्षित औद्योगिक परियोजना राजस्थान रिफाइनरी के कार्य में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जहाँ अब तक 87.9 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। खान एवं पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख सचिव श्री टी. रविकांत ने सचिवालय में आयोजित बैठक में इस प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सल्फर रिकवरी यूनिट (SRU) के कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने रिफाइनरी परिसर और उसके आसपास के क्षेत्रों में व्यापक पौधारोपण हेतु कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने को कहा।
प्रमुख सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं रिफाइनरी कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और पचपदरा स्थित रिफाइनरी क्षेत्र का दौरा कर संबंधित अधिकारियों को कार्य में और तीव्रता लाने के निर्देश दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि 10 प्रमुख प्रोसेस इकाइयों का कार्य 94% से 98% तक पूर्ण हो चुका है, जिसमें क्रूड/वैक्यूम डिस्टिलेशन यूनिट, डिलेड कोकर यूनिट, हाइड्रोजन जनरेशन यूनिट और डीजल हाइड्रोट्रीटिंग यूनिट शामिल हैं। वहीं वीजीओ-एचडीटी यूनिट का 95.3% से अधिक कार्य संपन्न हो चुका है।
यह रिफाइनरी राज्य सरकार और एचपीसीएल के संयुक्त उपक्रम एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (HRRL) द्वारा विकसित की जा रही है। यह परियोजना 9 मिलियन टन वार्षिक क्षमता के साथ BS-6 मानकों के अनुरूप आधुनिकतम उत्पाद तैयार करेगी, जिससे राजस्थान के औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।
बैठक में एचआरआरएल के निदेशक एस. भारतन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमलाकर विखार ने परियोजना की प्रगति की विस्तृत जानकारी दी। वहीं निदेशक पेट्रोलियम अजय शर्मा ने रिफाइनरी में उत्पादित होने वाले विश्वस्तरीय पेट्रोलियम उत्पादों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक दिलीपराज शर्मा, उपनिदेशक मोहन कुमावत, और यशपाल अनेजा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।