Tuesday, 26 August 2025

कांग्रेस में ‘आया राम-गया राम’ पर सख्ती, रंधावा का बड़ा बयान: अगले छह साल तक टिकट के कोई अधिकार नहीं


कांग्रेस में ‘आया राम-गया राम’ पर सख्ती, रंधावा का बड़ा बयान: अगले छह साल तक टिकट के कोई अधिकार नहीं

जोधपुर। राजस्थान कांग्रेस में टिकट को लेकर बड़ी बहस छिड़ गई है। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मंगलवार को जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो नेता हाल ही में पार्टी में वापस आए हैं, उन्हें टिकट को लेकर किसी प्रकार का भ्रम या उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कहा कि जिन नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया गया था और जिन्हें अब वापस लिया गया है, उन्हें अगले छह साल तक टिकट के बारे में सोचने का कोई अधिकार नहीं है।

रंधावा ने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस अब ‘आया राम-गया राम’ की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा – “कांग्रेस के डीएनए को मजबूत करना है। जो बार-बार पार्टी बदलते हैं, उनके लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं होगी।” साथ ही उन्होंने पार्टी में एकजुटता का संदेश दिया और कहा कि पायलट, गहलोत और सभी वरिष्ठ नेता राहुल गांधी व मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में एकजुट हैं।

अमीन खान की वापसी बनी चर्चा का विषय

हाल ही में पूर्व मंत्री और शिव विधानसभा सीट से पांच बार के विधायक अमीन खान को कांग्रेस में वापस लिया गया। उन्हें छह साल के लिए निष्कासित किया गया था, लेकिन सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल की सिफारिश पर उनकी वापसी को मंजूरी दी गई। इस निर्णय के बाद अन्य निष्कासित नेताओं में भी वापसी की उम्मीद जगी थी। हालांकि, रंधावा ने अपने बयान से साफ कर दिया कि वापसी का मतलब टिकट की गारंटी नहीं है।

पार्टी में अनुशासन पर जोर

रंधावा के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस आगामी चुनावों में टिकट वितरण को लेकर कड़ा अनुशासन अपनाएगी। पार्टी चाहती है कि जो नेता संगठन के प्रति वफादार रहे हैं और लगातार काम कर रहे हैं, उन्हें ही प्राथमिकता दी जाए।

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