मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश परकार्मिक विभाग ने रविवार देर रात एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 62 अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इस फेरबदल में 11 जिलों के कलेक्टरों को बदला गया है, 21 आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इस निर्णय को राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को नए सिरे से व्यवस्थित करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सबसे अहम बदलावों में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अखिल अरोड़ा का तबादला शामिल है। वह बीते 5 वर्षों से वित्त विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, अब उन्हें जलदाय विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) नियुक्त किया गया है। वहीं, अपर्णा अरोड़ा को वन विभाग से हटाकर सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग का ACS बनाया गया है।
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता का भी तबादला करते हुए उन्हें उद्योग विभाग में प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में प्रमुख सचिव रहे कुलदीप रांका को सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग से हटाकर उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग का ACS बनाया गया है।
इस फेरबदल में सबसे प्रमुख बदलाव गृह विभाग में देखने को मिला, जहां लगभग ढाई साल से तैनात वरिष्ठ अधिकारी आनंद कुमार को हटाकर उनकी जगह भास्कर ए सावंत को नया अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) गृह विभाग नियुक्त किया गया है। आनंद कुमार को अब वन विभाग में ACS की जिम्मेदारी दी गई है।
पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में अक्टूबर 2022 में आनंद कुमार को गृह विभाग की कमान सौंपी गई थी, और प्रमोशन के बाद उन्हें ACS होम बनाया गया था। अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ने उन्हें हटाकर बड़ा संदेश दिया है। वहीं, वित्त विभाग की जिम्मेदारी अब आईएएस वैभव गालरिया को दी गई है, जिन्हें प्रमुख शासन सचिव वित्त बनाया गया है।
उद्योग विभाग में कार्यरत अजिताभ शर्मा को ऊर्जा विभाग भेजा गया है। शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान 'राइजिंग राजस्थान' सम्मेलन का आयोजन करवाया था। देवाशीष पृष्टि को यूडीएच विभाग (शहरी विकास एवं आवासन) का प्रमुख शासन सचिव नियुक्त किया गया है। वे ब्रुसेल्स स्थित भारतीय उच्चायोग में डिप्टी चीफ ऑफ मिशन के रूप में सेवा देने के बाद हाल ही में राजस्थान लौटे थे।
रवि जैन को पर्यटन विभाग से हटाकर अब स्वायत्त शासन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में भी प्रशासनिक बदलाव हुए हैं। रुक्मिणी रियार को ग्रेटर आयुक्त पद से हटाकर पर्यटन विभाग का आयुक्त बनाया गया है, जबकि गौरव सैनी अब ग्रेटर नगर निगम के नए आयुक्त होंगे। हेरिटेज नगर निगम आयुक्त अरुण हसीजा को राजसमंद का नया कलेक्टर बनाया गया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले भरतपुर में भी बदलाव हुआ है। कमर उल जमन चौधरी को भरतपुर का नया कलेक्टर नियुक्त किया गया है। वे पूर्व में दौसा कलेक्टर रह चुके हैं और जलदाय विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत थे।
विवादों में रहे अधिकारियों को भी नई जिम्मेदारियाँ दी गई हैं। रिश्वत प्रकरण में निलंबित रहे हनुमान मल ढाका को विभागीय जांच निदेशक बनाया गया है। दूदू कलेक्टर रहते हुए उन पर 25 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप था, जिसके बाद उन्हें एपीओ कर दिया गया था।
इसके अलावा, झुंझुनूं जिले में कलेक्टर और एसपी के पद खाली हो गए हैं। कलेक्टर रामावतार मीणा का तबादला विभागीय जांच निदेशक के रूप में किया गया है, जबकि एसपी का पद पहले से ही रिक्त चल रहा है।
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