मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर के मानसरोवर स्थित ग्राउंड में आयोजित सरपंच संघ के सम्मान समारोह में कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राजस्थान के किसानों को पानी उपलब्ध कराने के लिए रोडमैप तैयार किया है और इस दिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा रहा है।
सीएम ने राहुल गांधी के एक पुराने बयान का मजाक उड़ाते हुए कहा कि जब वो (राहुल गांधी) कहते थे कि हम आलू से सोना बनाएंगे, मैंने कहा वो मशीन तो मेरे पास नहीं है। लेकिन अगर राजस्थान के किसान को खेत के लिए पानी मिल गया तो यह धरती मां जरूर सोना उगलेगी।
उन्होंने कहा, "ERCP को हमने मूर्त रूप दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 दिसंबर को इसका उद्घाटन किया।"
मुख्यमंत्री शर्मा को दूर करने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं और उस दिशा में तेजी से काम कर रही है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने सरपंचों को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से गांवों और किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, "आप काम करने की इच्छा शक्ति रखिए, पैसा तो उड़ रहा है। पकड़ने वाला चाहिए। आप प्रोजेक्ट बनाकर देंगे, सरकार आपकी पूरी मदद करेगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि गांव, गरीब, किसान और मजदूर के विकास के लिए उनकी सरकार पूरी तरह से समर्पित है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, "हमारे विरोधियों से कहता हूं, जो कहा है वो करके दिखाएंगे। आपकी तरह हम नहीं करेंगे, जो कुछ और कहते हैं और कुछ और करते हैं।"
उन्होंने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 1 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था, जिसमें से 60 हजार नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं और 15,000 और नियुक्तियां जल्द ही की जाएंगी, जिससे कुल 75,000 नियुक्तियां हो जाएंगी।
उन्होंने कहा, "जुलाई में हमारा बजट आया था। हमने कहा था कि हम पूरी 1 लाख नौकरियां देंगे। अब तक 81,000 वैकेंसी हर क्षेत्र में निकाली जा चुकी हैं।"
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस भाषण के माध्यम से अपनी सरकार की उपलब्धियों को सामने रखा और आगामी नीतियों की जानकारी दी।कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने भाजपा सरकार की योजनाओं और पारदर्शिता को प्रमुखता से रखा।जल संकट से निपटने और किसानों को राहत देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।सरकारी नौकरियों की घोषणाओं और विकास कार्यों की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा।अब देखना यह होगा कि राजस्थान की जनता भाजपा सरकार की योजनाओं को किस तरह से स्वीकार करती है और विपक्ष इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है।