नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा के दौरान करीब डेढ़ घंटे का जोरदार भाषण दिया। उन्होंने शाम 7:00 बजे अपने संबोधन की शुरुआत की और लगभग 8:25 बजे तक पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और भारत सरकार की जवाबी कार्रवाइयों का पूरा ब्यौरा सदन के सामने रखा।
भाषण की शुरुआत में ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सदन में उपस्थिति की मांग की। इस पर अमित शाह ने तीखा पलटवार करते हुए कहा — "विपक्ष पूछ रहा है कि पीएम कहां हैं? पीएम इस वक्त ऑफिस में हैं, उन्हें ज्यादा सुनने का शौक नहीं है। मेरे से निपट रहा है, उन्हें क्यों बुला रहे हो।"
शाह के इस बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नाराजगी जताई और कहा —"प्रधानमंत्री दिल्ली में रहते हुए भी सदन में नहीं आ रहे, यह सदन और सदस्यों का अपमान है।" इसके बाद विपक्षी दलों ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया, जबकि अमित शाह ने बिना रुके अपना भाषण जारी रखा।
भाषण के दौरान शाह ने बताया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत सरकार और सेना ने पाकिस्तानी आतंकवादियों को सख्त जवाब दिया। उन्होंने 'ऑपरेशन महादेव' का भी ज़िक्र किया, जिसमें तीन आतंकियों को मार गिराया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने देश को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, जिसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया।
शाह के भाषण के बाद राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई। इसी के साथ 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दो दिन तक चली बहस समाप्त हो गई। विपक्ष की गैरमौजूदगी में शाह का यह भाषण रणनीतिक, राजनैतिक और कूटनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।