जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मालेगांव विस्फोट केस में आए अदालती फैसले के बाद तीखा राजनीतिक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तुष्टिकरण की राजनीति के तहत 'हिंदू आतंकवाद' जैसा आपत्तिजनक और भ्रामक शब्द गढ़ा, जिसका उद्देश्य हिंदू समाज, सनातन धर्म और साधु-संतों की छवि को धूमिल करना था।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि बुधवार को संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कहा कि हिंदू कभी आतंकी नहीं हो सकते, क्योंकि हिंदू धर्म की आत्मा 'वसुधैव कुटुंबकम्' में निहित है, न कि हिंसा में। भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि मालेगांव ब्लास्ट केस में सभी आरोपियों का बरी होना इस सत्य की पुष्टि करता है और यह निर्णय हमारी न्याय प्रणाली की निष्पक्षता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने आगे कहा कि यह ऐतिहासिक फैसला 'सत्यमेव जयते' के सिद्धांत को सच्चे रूप में स्थापित करता है और कांग्रेस की हिंदू विरोधी मानसिकता तथा वोट बैंक की राजनीति का असली चेहरा उजागर करता है। उन्होंने इसे सनातनियों के लिए गर्व का क्षण बताया और कहा कि अब यह प्रमाणित हो गया है कि हिंदू समाज को बदनाम करने का प्रयास राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित था।