Saturday, 02 August 2025

निकाय और पंचायत चुनावों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी की चुनाव चिह्नों की सूची, जूता-चप्पल से लेकर मूसल-हांडी तक शामिल


निकाय और पंचायत चुनावों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी की चुनाव चिह्नों की सूची, जूता-चप्पल से लेकर मूसल-हांडी तक शामिल

राजस्थान में शहरी निकाय और पंचायती राज संस्थाओं के आगामी चुनावों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़ी घोषणा करते हुए विभिन्न पदों के उम्मीदवारों के लिए चुनाव चिह्नों की विस्तृत सूची जारी कर दी है। यह सूची 6 राष्ट्रीय, 2 राज्य स्तरीय दलों तथा निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए जारी की गई है। नगरपालिका अध्यक्ष, पार्षद, सरपंच, वार्ड पंच, जिला प्रमुख और पंचायत समिति सदस्य जैसे पदों के लिए अलग-अलग चिह्न तय किए गए हैं।

निकाय चुनावों में प्रत्याशियों को मिलने वाले चुनाव चिह्नों में जूता, चप्पल, हांडी, मूसल, चिमटा, झूला, माइक, कूड़ादान, सिलाई मशीन, ट्रक, टायर, दीवार, पानी टैंक, रोड रोलर, गैस सिलेंडर, कटहल, बांसुरी, अंगूर, शिमला मिर्च, फूलगोभी, फ्रॉक, बक्सा, अंगूठी, हारमोनियम, चूड़ियां और कैंची जैसे कई दिलचस्प और घरेलू उपयोगी वस्तुएं शामिल की गई हैं।

राज्य स्तरीय दलों में हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) को "बोतल" और भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) को "हॉकी बॉल" चिह्न आवंटित किया गया है। वहीं, राष्ट्रीय पार्टियों जैसे कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी, बसपा, सीपीएम और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) को उनके स्थायी चुनाव चिह्न प्रदान किए गए हैं।

राज्य निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि विभिन्न पदों जैसे सरपंच, प्रधान, नगरपालिका अध्यक्ष आदि के लिए अलग-अलग 20 से 40 तक चुनाव चिह्न तय किए गए हैं। जैसे सरपंचों के लिए चिमटा, कुंडी, झूला, हांडी, माइक जैसे चिह्न होंगे, जबकि जिला परिषद सदस्यों को शिमला मिर्च, फूलगोभी, अंगूर, आरी जैसे प्रतीक मिलेंगे।

सरकार द्वारा शहरी निकायों के पुनर्गठन और पंचायतीराज संस्थाओं के सीमांकन का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। अब राज्य निर्वाचन आयोग को प्रस्ताव भेजा जाना है, जिसके बाद वोटर लिस्ट को अंतिम रूप दिया जाएगा और चुनावी कार्यक्रम घोषित किया जाएगा।

राज्य सरकार ने 7000 से अधिक पंचायतों में सरपंचों का कार्यकाल बढ़ा दिया है और हर पंचायत में एक-एक कमेटी बना दी गई है। वहीं, 150 से अधिक शहरी निकायों में प्रशासक नियुक्त किए जा चुके हैं। ऐसे में विपक्ष सरकार पर चुनाव नहीं करवाने का आरोप लगाकर लगातार हमलावर बना हुआ है।


Previous
Next

Related Posts