पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने बीकानेर दौरे के दौरान गुरुवार को प्रेस से बातचीत करते हुए स्वीकार किया कि वर्तमान समय में कांग्रेस की स्थिति राजस्थान में विशेषकर मारवाड़, मेवाड़ और बीकानेर संभाग में कमजोर हुई है। उन्होंने कहा कि "जो पहले स्थिति थी, वह अब नहीं है। हमें थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है, लेकिन हम इसकी भरपाई करेंगे।"
गहलोत ने आगे कहा कि कांग्रेस एक बार फिर प्रदेश के हर कोने—चाहे वह बीकानेर संभाग हो या कोई अन्य—में जाएगी, जनसम्पर्क बढ़ाएगी और जनता को यह समझाएगी कि उनके जीवन और बच्चों के भविष्य की सुरक्षा किसके हाथों में है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संविधान और लोकतंत्र की रक्षा में है, और आज यही दोनों खतरे में हैं।
गहलोत ने संविधान के प्रस्तावना (प्रिएम्बल) को लेकर भी एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि "हर घर में प्रिएम्बल लगाया जाए, बच्चों को पढ़ाया जाए कि उसमें क्या लिखा है। इससे बच्चों में संविधान और कानून की रक्षा का संस्कार विकसित होगा।"
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि संविधान की मूल भावना जैसे समानता, सामाजिक सुरक्षा, और कानून का राज – इन सबकी जानकारी हर नागरिक को होनी चाहिए। “यह कांग्रेस की विचारधारा का मूल है,” उन्होंने जोड़ा।
मारवाड़, मेवाड़ समेत प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति पर :
देखिये मारवाड़, मेवाड़ हमारी चुनौती है बीकानेर संभाग भी, जो पहलें स्थिति थी, समझे आप, हम कमजोर हो गए हैं, बीकानेर संभाग में भी, मारवाड़ में भी, मेवाड़ में भी, सभी जगह थोड़ा बहुत फर्क पड़ा है, अभी चुनाव में हमने देख लिया… pic.twitter.com/MhRUG1RzYZ