Sunday, 28 September 2025

सीकर में सरकारी अस्पताल की खांसी की दवा पीने से दो बच्चे बीमार, जेके लोन में भर्ती


सीकर में सरकारी अस्पताल की खांसी की दवा पीने से दो बच्चे बीमार, जेके लोन में भर्ती

जयपुर। भरतपुर के बाद अब सीकर में सरकारी अस्पताल से मिली खांसी की दवा पीने से बच्चों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है। श्रीमाधोपुर के अजीतगढ़ स्थित मंडा हाथी देह गांव में रहने वाले दो मासूम भाई—किट्टू (3) और टिंकू (डेढ़ साल)—को खांसी की दवा ‘डेक्सट्रोमेथॉरफन हाइड्रोब्रोमाइड सीरप’ पिलाने के बाद अचानक बेहोशी छा गई। दोनों बच्चों को परिजन तुरंत शाहपुरा के निजी अस्पताल ले गए, लेकिन हालत में सुधार न होने पर उन्हें जयपुर के जेके लोन अस्पताल रेफर किया गया।

दवा पीते ही बिगड़ी हालत

गांव निवासी अनिल सिंह ने बताया कि 25 सितंबर को दोनों बच्चों की मां सोनम उन्हें सर्दी-जुकाम होने पर सीएचसी ले गई थी। डॉक्टर ने खांसी की सीरप और कुछ दवाइयाँ दीं। सीरप पीते ही बच्चे बेहोश हो गए। घबराए परिजन उन्हें पहले शाहपुरा ले गए और बाद में जयपुर रेफर कराया।

अब हालत स्थिर, जल्द छुट्टी की संभावना

जेके लोन अस्पताल में बच्चों को दो दिन तक ICU में रखा गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत अब स्थिर है और आज शाम या कल सुबह तक उन्हें छुट्टी मिल सकती है।

दवा की सप्लाई पर रोक, सैंपल जांच को भेजे

ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक ने बताया कि मामले के बाद ‘डेक्सट्रोमेथॉरफन हाइड्रोब्रोमाइड सीरप’ की सप्लाई रोक दी गई है। अलग-अलग बैच के सैंपल लिए गए हैं जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है।

भरतपुर में भी सामने आया था मामला

27 सितंबर को भरतपुर के बयाना में भी इसी दवा से बच्चों और एक डॉक्टर की तबीयत बिगड़ गई थी। डॉक्टर ने खुद भी वही सीरप ली थी, जिससे उनकी हालत खराब हुई। यह दवा ‘मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना’ के तहत राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन लिमिटेड (RMSCL) द्वारा खरीदी जाती है।

KAYSONS फार्मा की दवा पर रोक

बच्चों को दी गई खांसी की सीरप जयपुर स्थित KAYSONS फार्मा कंपनी द्वारा बनाई गई थी। कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट सरना डूंगर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है। RMSCL ने इस कंपनी की सीरप की सप्लाई को तुरंत रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं।

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