झालावाड़ और जैसलमेर में हाल ही में हुए भवन हादसों के बाद स्वायत्त शासन विभाग पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है। गुरुवार को विभाग के प्रमुख शासन सचिव रवि जैन ने प्रदेश के 224 नगरीय निकायों के प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महत्वपूर्ण बैठक की।
उन्होंने इस बैठक में बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब तक 2,699 जर्जर भवनों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें नियमानुसार सील कर ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सभी आयुक्तों और अधिशाषी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण करें और जर्जर भवनों के सामने चेतावनी बोर्ड लगाएं, ताकि आमजन सतर्क रह सकें और किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके।इसके साथ ही मानसून के मद्देनज़र विद्युत तंत्र की सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।
प्रमुख शासन सचिव रवि जैन ने बिजली विभाग के अभियंताओं से समन्वय कर सड़क किनारे ढीले और लटकते तारों को तत्काल सुधारने, डीपी, स्वीच बॉक्स और केबल उपकरणों की मरम्मत करने के आदेश दिए। आकस्मिक अग्निकांड और करंट से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए अग्निशमन वाहन और संबंधित स्टाफ को अलर्ट मोड में रखने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान ‘हरियालो राजस्थान’ अभियान के तहत पौधारोपण की भी समीक्षा की गई, जिसमें सभी अधिकारियों को अपने लक्ष्यों के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए गए। बैठक में डीएलबी निदेशक प्रतीक जुईकर, नगर निगम हेरिटेज की आयुक्त डॉ. निधि पटेल, अतिरिक्त निदेशक श्याम सिंह सहित सभी निकाय प्रमुख मौजूद रहे।