राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र सहित आठ राज्यों के राज्यपालों का कार्यकाल पूरा हो गया है। इन सभी राज्यों के राज्यपालों के बारे में निर्णय किया जाना है। वर्तमान परिस्थितियों में केंद्रीय नेतृत्व नए राज्यपालों केनाम की घोषणा नहीं कर पा रहा है। इसके पीछे भी कई कारण सामने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन, महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैंस, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बिस्सा भूषण हरिचंदन,तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि सहित और अन्य राज्यपालोंके कार्यकाल भी पूरे हो रहे हैं।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा काकार्यकाल 22 जुलाई कोसमाप्त समाप्त हो रहा है।नए राज्यपाल की नियुक्ति नहीं होने तक उन्हें कार्य करने की अनुमति केंद्र सरकार दे सकती है ? इसके आदेश भी जारी होंगे। आखिर नए राज्यपाल की नियुक्ति क्यों नहीं हो पा रही है इसके पीछे क्या कारण है यह कोई बताने को तैयार नहीं है। अब तक किया परंपरा चली आ रही है जिस राज्यपाल का कार्यकाल पूरा हो जाता है उसकी जगह किसी अन्य राज्यपाल को अतिरिक्त कार्यभार दिया जाता है। राज्यपाल कलराज मिश्र अपनी गतिविधियां उत्तर प्रदेश में सक्रिय कर दी है वे लखनऊ सहित विभिन्न स्थानों का दौरा कर चुके हैं। दिल्ली में उन्होंने सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करअपने कार्यकाल को बढ़ाने के लिए संपर्क भी किए हैं। लेकिन अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया। राज्यपाल कलराज मिश्र को 22 जुलाई 2019 को हिमाचल के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्रीजनरल वीके सिंह को राजस्थान के नए राज्यपाल बनाए जाने की चर्चा जोरों पर थी। लेकिन उनका निर्णय अभी तक नहीं हो पा रहा है राजस्थान के तीन नेता जिसमें प्रमुख रूप से ओम प्रकाश माथुर,डॉ. किरोड़ी लाल मीणाऔर राजेंद्र राठौड़ राज्यपाल बनाया जा सकता है। लेकिन ओम प्रकाश माथुर को तो निश्चित तौर पर राज्यपाल बनाया जाएगा उन्होंने अभी तक जिस भी राज्य की जिम्मेदारी दी मां भाजपा का वर्चस्व कायम किया।
विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के विधायक विभिन्न विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति को लेकर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र को लेकर सवाल उठा रहे हैं। इन विधायकों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के लोगों को कुलपति बनाकर राजस्थान के शिक्षा जगत को बदनाम किया है। कई विधायकों ने आरोप लगाए कि भ्रष्टाचार होने के बाद भी उन्हें नहीं हटाया जाता है और नहीं उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई की जाती है। उनका स्पष्ट रूप से कहना था कि राजस्थान के व्यक्ति को कुलपति बनाया जाना चाहिए।
निश्चित तौर पर राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर कई सवाल खड़े किए गए थेलेकिन कुछ नहीं हो पाया विवादित व्यक्तियों की नियुक्ति कर दी गई।
आप चाहे कुछ भी हो राजस्थान को नया राज्यपाल कब मिलेगा इसका निर्णय शीघ्र होने की संभावना नजर नहीं आ रही है। लेकिन यह भी जरूरी है कि विवादित हुए राज्यपाल कलराज मिश्र को कब हटाया जाता है इसका इंतजार सभी को है ?