



अंता उपचुनाव में भाजपा को मिली हार पर कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी इस हार का गहराई से विश्लेषण करेगी। उन्होंने हार-जीत को राजनीतिक जीवन का स्वाभाविक हिस्सा बताते हुए कहा कि जैसे धूप-छांव और सुख-दुख का जोड़ा है, उसी तरह हार-जीत भी राजनीति में साथ-साथ चलती रहती है। किरोड़ी ने कहा कि हाल ही में हुए उपचुनावों में सात सीटों में से पांच सीटें भाजपा ने जीती थीं, जो जनता के विश्वास का प्रतीक है। इसलिए अंता में मिले जनादेश को भी पार्टी स्वीकार करती है और आगे की रणनीति तय करेगी।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की प्रतिक्रियाओं पर सवाल पूछे जाने पर कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वे उनके किसी भी बयान पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा और एनडीए को जनता ने प्रचंड बहुमत से समर्थन दिया है और जहां जीत की उम्मीद कम थी, वहां भी पार्टी ने जीत दर्ज की है।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने प्रशासनिक फेरबदल पर भी स्पष्ट किया कि मुख्य सचिव (Chief Secretary) का स्थानांतरण एक रूटीन प्रक्रिया है, जिसमें किसी प्रकार का विवाद या असाधारण स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा कि “किसी का जाना और किसी का आना पूरी तरह नियमित प्रक्रिया है, इसमें कोई दिक्कत नहीं।”
उन्होंने कहा कि पार्टी अंता सीट पर मिली हार की वजहों पर चर्चा करेगी और आवश्यक बदलाव किए जाएंगे। किरोड़ी लाल मीणा का यह बयान भाजपा की समीक्षा प्रक्रिया को दर्शाता है, जो आने वाले चुनावों की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।