Wednesday, 29 October 2025

कोलकाता में प्रवासी राजस्थानी मीट: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने निवेशकों को राजस्थान में उद्योग स्थापित करने का किया आमंत्रण


कोलकाता में प्रवासी राजस्थानी मीट: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने निवेशकों को राजस्थान में उद्योग स्थापित करने का किया आमंत्रण

कोलकाता। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को कोलकाता में आयोजित प्रवासी राजस्थानी मीट के सेक्टोरल राउंडटेबल में हिस्सा लेते हुए निवेशकों और उद्यमियों को राजस्थान की औद्योगिक नीतियों और अपार संभावनाओं से अवगत कराया। यह राउंडटेबल माइंस एंड मिनरल्स, केमिकल्स, टेक्सटाइल एवं होजरी, आईटी और शेखावाटी हवेलियों के संरक्षण व पर्यटन पर केंद्रित रहा।

मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि राजस्थान ग्रेनाइट, संगमरमर, जस्ता, सीसा और चूना पत्थर का अग्रणी उत्पादक राज्य है और खनन क्षेत्र में सस्टेनेबल माइनिंग एवं प्रसंस्करण उद्योगों के लिए बड़े अवसर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि खनिज नीति-2024, RIPS-2024 और सिंगल विंडो सिस्टम ने औद्योगिक निवेश को गति प्रदान की है।

उन्होंने बालोतरा के शिवना रिंग कॉम्प्लेक्स में रेयर अर्थ एलिमेंट्स के देश के पहले हार्ड रॉक ब्लॉक की खोज को भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम बताया और कहा कि यहां मिलने वाले 17 अहम खनिज ईवी और हाईटेक मैन्युफैक्चरिंग के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए एक्सीलेंस सेंटर स्थापित करने की योजना भी बनाई जा रही है।

मुख्यमंत्री शर्मा ने आगे बताया कि दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, बालोतरा पेट्रोलियम रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स, शीर्ष इंडस्ट्रियल कंपनियों के निवेश और मजबूत लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी के कारण राजस्थान पेट्रोकेमिकल, केमिकल और टेक्सटाइल हब के रूप में तेजी से उभर रहा है।

आईटी सेक्टर पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जयपुर-जोधपुर में सबसे बड़ा सरकारी डेटा सेंटर, 4,900 से अधिक स्टार्टअप्स, टेक्नो हब, और आईटी एवं स्किल डेवलपमेंट साझेदारियां राजस्थान को टेक-ड्रिवन अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ा रही हैं। टेक्सटाइल उद्योग में भीलवाड़ा को टेक्सटाइल सिटी बताते हुए उन्होंने टेक्सटाइल एंड अपेरल पॉलिसी-2025 को मानव निर्मित रेशों, तकनीकी वस्त्रों और सतत उत्पादन को प्रोत्साहित करने वाली बताया।

शेखावाटी हवेलियों के संरक्षण और हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने पर भी मुख्यमंत्री शर्मा ने विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र राजस्थान के गौरवशाली इतिहास का भव्य प्रतीक है और इसे संरक्षित करते हुए वैश्विक पर्यटन का बड़ा केंद्र बनाया जाएगा। इस मौके पर नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झाबर सिंह खर्रा, निवेशक, अधिकारी और बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी मौजूद रहे।

Previous
Next

Related Posts