Saturday, 25 October 2025

सचिन मित्तल ने संभाली जयपुर पुलिस कमिश्नर की कमान: कहा, "क्राइम कंट्रोल और साइबर सुरक्षा रहेगी पहली प्राथमिकता"


सचिन मित्तल ने संभाली जयपुर पुलिस कमिश्नर की कमान: कहा, "क्राइम कंट्रोल और साइबर सुरक्षा रहेगी पहली प्राथमिकता"

जयपुर। आईपीएस अधिकारी सचिन मित्तल ने आज जयपुर पुलिस कमिश्नर के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर कमिश्नरेट कार्यालय में आयोजित समारोह में पूर्व पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने उन्हें औपचारिक रूप से पद सौंपा। इस दौरान कमिश्नरेट के सभी आईपीएस अधिकारी, एडिशनल डीसीपी, एसीपी और थाना प्रभारी (सीआई) मौजूद रहे। मित्तल का गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया गया।

बीजू जॉर्ज जोसफ को दी गई भावभीनी विदाई

कार्यभार संभालने के बाद आयोजित समारोह में पूर्व कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ को उनके कार्यकाल के लिए धन्यवाद और विदाई दी गई। इस अवसर पर कमिश्नर ऑपरेशन राहुल प्रकाश, एडिशनल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) डॉ. राजीव पचार, एडिशनल पुलिस कमिश्नर (क्राइम) मनीष अग्रवाल, योगेश गोयल सहित चारों जिलों के डीसीपी भी मौजूद थे। सभी अधिकारियों ने नए पुलिस कमिश्नर सचिन मित्तल का स्वागत किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।

पहली प्राथमिकता — क्राइम कंट्रोल और फास्ट रेस्पॉन्स सिस्टम

कार्यभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत में कमिश्नर सचिन मित्तल ने कहा कि उनका मुख्य फोकस जयपुर शहर में अपराध नियंत्रण (Crime Control) और कानून-व्यवस्था की सुदृढ़ता पर रहेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी अपराध की सूचना मिलते ही पुलिस टीम को तत्काल मौके पर पहुंचना चाहिए। जितनी जल्दी पुलिस मौके पर पहुंचकर काम शुरू करती है, केस सुलझने की संभावना उतनी ही बढ़ जाती है। मित्तल ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली (Quick Response System) को प्राथमिकता दें और फील्ड टीमों की तत्परता बढ़ाएं।

साइबर क्राइम पर सख्त निगरानी

नए कमिश्नर  सचिन मित्तल ने माना कि साइबर अपराध (Cyber Crime) वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है। उन्होंने कहा कि जयपुर पुलिस साइबर फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी पर नियंत्रण के लिए टेक्निकल टीमें और जनजागरूकता अभियान दोनों पर समान रूप से काम करेगी।हमारा संकल्प रहेगा कि लोग साइबर अपराध से बचें। इसके लिए पुलिस द्वारा समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

थानों में ही मिले पूरी मदद

सचिन मित्तल ने कहा कि उनका उद्देश्य यह रहेगा कि किसी भी पीड़ित व्यक्ति को कमिश्नरेट कार्यालय या पुलिस मुख्यालय तक आने की जरूरत न पड़े। थाने के स्तर पर ही नागरिकों को पूरी सहायता मिले और उनकी शिकायतों का निस्तारण शीघ्र हो — इसी दिशा में कार्य किया जाएगा।

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