जयपुर। जयपुर के बिड़ला सभागार में शुक्रवार को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह-2025 का आयोजन किया गया। इस समारोह में शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कुल 75 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इनमें से 66 शिक्षक तीन श्रेणियों से चुने गए, जबकि 9 शिक्षकों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए विशेष रूप से शामिल किया गया। सभी शिक्षकों को शॉल, प्रशस्ति-पत्र और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा विशिष्ट अतिथि के रूप में और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर अध्यक्षता करते हुए मौजूद रहे। शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में शिक्षाविद भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत झालावाड़ में जर्जर स्कूल भवन में हुए हादसे के पीड़ित सात बच्चों को मौन रखकर श्रद्धांजलि देने से की गई। शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हादसे के बाद लगातार समीक्षा की और जीर्णोद्धार भवनों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, “हम 75 लाख बच्चों के अभिभावक हैं। बच्चों को जर्जर भवनों में नहीं बैठाया जाएगा, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पढ़ाया जाएगा।”
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में शिक्षा विभाग ने नई उड़ान भरी है। उन्होंने कहा कि अब निजी विद्यालयों की तुलना में सरकारी विद्यालयों का स्तर बेहतर हो रहा है। “75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले सरकारी स्कूल के 18 हजार विद्यार्थी हैं, जबकि निजी स्कूलों के 13 हजार विद्यार्थी। आने वाले समय में राजस्थान शिक्षा में अग्रणी प्रदेश बनेगा।”
उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग ने अब तक 3 करोड़ पौधारोपण किया है और विभाग का प्रयास रहेगा कि स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग प्राथमिकता से किया जाए।
समारोह में जयपुर जिले से प्राथमिक स्तर (कक्षा 1 से 5) में किसी भी शिक्षक का चयन नहीं हुआ। कक्षा 6 से 8 की श्रेणी में राजेश शर्मा और वंदना शर्मा, तथा कक्षा 9 से 12 की श्रेणी में सुनील कुमार उपाध्याय को सम्मानित किया गया।
समारोह में शिक्षक सम्मान पुस्तिका का विमोचन भी किया गया, जिसमें सम्मानित शिक्षकों के उत्कृष्ट कार्यों का उल्लेख है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ‘प्रखर राजस्थान 2.0’ का शुभारंभ कर पोस्टर विमोचन किया। साथ ही, राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल, जयपुर की ओर से ऑन-डिमांड परीक्षा भी लॉन्च की गई।
इस परीक्षा के लिए 16 सितम्बर से आवेदन शुरू होंगे और पहला चरण अक्टूबर में आयोजित होगा। इसमें 100 अभ्यर्थी परीक्षा दे सकेंगे। ऑन-डिमांड परीक्षा हर तीन महीने में आयोजित की जाएगी, जिससे विद्यार्थियों को लचीलापन और सुविधा मिलेगी।