Friday, 05 September 2025

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष देवनानी पर लगाया पक्षपात का आरोप, अविश्वास प्रस्ताव लाने के संकेत


कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष देवनानी पर लगाया पक्षपात का आरोप, अविश्वास प्रस्ताव लाने के संकेत

जयपुर। राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्षवासुदेव देवनानी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष देवनानी संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार कर रहे हैं और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन निष्पक्षता से नहीं कर रहे। उन्होंने संकेत दिए कि आगामी बजट सत्र में कांग्रेस पार्टी विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर गंभीरता से विचार करेगी।

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पारदर्शिता के साथ काम नहीं कर रहे हैं और प्रतिपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना था कि विधानसभा अध्यक्ष देवनानी सत्ता पक्ष को बचाने और विपक्ष को प्रताड़ित करने का कार्य कर रहे हैं। “वे भाजपा की भाषा बोलते हैं, विपक्ष को अवसर नहीं देते और सत्ता पक्ष के एजेंट की तरह काम करते हैं,” प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष देवनानी का अब तक का रवैया कम से कम 50 बार इस बात की पुष्टि करता है कि वे पारदर्शिता से काम नहीं कर रहे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी विपक्षी विधायकों के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आज कांग्रेस विधायक अशोक चांदना के साथ स्पीकर ने दुर्व्यवहार किया। “उन्होंने चांदना से कहा कि आप विधानसभा में आते नहीं हो। आप हमारे हेड मास्टर हो क्या? हमारा एमएलए कब आएगा यह तय करने वाले आप कौन होते हैं?” डोटासरा ने कहा कि ऐसा आचरण संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए शोभा नहीं देता।

उन्होंने प्रवर समिति में भी पक्षपात का आरोप लगाया और कहा कि नेता प्रतिपक्ष से बिना पूछे तीन मेंबर नामित किए गए।  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि जब रामेश्वर डूडी नेता प्रतिपक्ष थे, उन्होंने मुझे नामित किया था और मैंने इतना सशक्त डिसेंट नोट लिखा था कि बिल बाहर ही नहीं आ पाया।

कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक पर भी टिप्पणी करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष से अलग निजी विचार नहीं रखने चाहिए थे। “नेता प्रतिपक्ष के बोलने के बाद किसी भी विधायक को दूसरी बात नहीं बोलनी चाहिए। लेकिन पारीक जी ने कोचिंग की उम्र को लेकर जो व्यक्तिगत राय सदन में दी, वह गलत थी।”

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि यदि स्पीकर का रवैया यही रहा और सुधार नहीं हुआ तो कांग्रेस विधायक दल, वरिष्ठ नेताओं और पार्टी संगठन से चर्चा करके उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय किया जाएगा।

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