नई दिल्ली।राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन NDA की ओर से उम्मीदवार होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की बैठक में इस पर सहमति बनी। इसके बाद नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर औपचारिक ऐलान किया।
राधाकृष्णन जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। इससे पहले वे झारखंड के राज्यपाल थे और तेलंगाना व पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे राधाकृष्णन ने बीबीए की पढ़ाई की।
सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है। वे 16 साल की उम्र से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हुए हैं। राधाकृष्णन 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने। OBC कैटेगरी से आने वाले राधाकृष्णन RSS से जुड़कर राजनीति में आए। 1998 और 1999 में कोयम्बटूर से सांसद बने। तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष रहते हुए 19 हजार किमी की रथयात्रा निकाली। राधाकृष्णन की खेलों में रुचि है। कॉलेज में टेबल टेनिस चैंपियन थे। वे 20+ देशों की यात्रा कर चुके हैं।
राधाकृष्णन ने 1998 और 1999 में कोयम्बटूर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता। 1998 में उन्होंने 1.5 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। 1999 में भी वे 55,000 वोटों से जीते। राधाकृष्णन 2004 से 2007 तक तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष रहे और 19,000 किमी लंबी रथयात्रा निकाली। इसमें नदियों को जोड़ने, आतंकवाद खत्म करने, समान नागरिक संहिता लागू करने और नशे के खिलाफ आवाज उठाई। 2020 से 2022 तक वे भाजपा के केरल प्रभारी रहे।
सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है। इनका जन्म 4 मई 1957 को तिरुपुर, तमिलनाडु में हुआ था। 16 साल की उम्र में ही RSS से जुड़ गए थे। 1998 और 1999 में कोयंबटूर सीट से सांसद बने थे। 2004 से 2007 तक तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। 2023 में झारखंड के राज्यपाल बने थे।
सी.पी. राधाकृष्णन 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान NDA शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख भी 21 अगस्त ही है, जबकि उम्मीदवार 25 अगस्त तक अपनी उम्मीदवारी वापस ले सकते हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 9 सितंबर को होगा और उसी दिन वोटों की गिनती कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।
लोकसभा में कुल सांसदों की संख्या 542 है। एक सीट खाली है। एनडीए के 293 सांसद हैं। इसी तरह राज्यसभा में 245 सांसद हैं। 5 सीट खाली हैं। एनडीए के पास एक129 सांसद हैं। यह मानते हुए कि उपराष्ट्रपति के लिए नामांकित सदस्य भी एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करेंगे। इस प्रकार, सत्तारूढ़ गठबंधन को कुल 422 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। बहुमत के लिए 391 सांसदों के समर्थन की जरूरत है।
अगस्त 2022 में एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 528 वोट मिले थे। वहीं विपक्षी उम्मीदवार मार्गेट अल्वा को सिर्फ 182 वोट मिले थे। तब 56 सांसदों ने वोट नहीं डाला था
गौरतलब है कि मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की रात अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 74 वर्षीय धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था, लेकिन इस्तीफे के चलते यह पद रिक्त हो गया है।