नई दिल्ली। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय बिजली, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। इस दौरान राजस्थान में ऊर्जा, आवासन और नगरीय विकास से जुड़े कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान ने नवीकरणीय ऊर्जा निकासी की योजना तैयार की है और इसमें शामिल परियोजनाओं को ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर-थर्ड में शामिल कर केंद्र से अधिकतम अनुदान शीघ्र स्वीकृत किया जाए।
उन्होंने बताया कि राजस्थान को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में बड़े निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए सुदृढ़ पारेषण तंत्र जरूरी है, जिसके लिए केंद्र का सहयोग आवश्यक है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने जयपुर मेट्रो रेल परियोजना के फेज-2 को संयुक्त उपक्रम (50:50) के तहत शीघ्र स्वीकृति देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि केंद्र की स्वीकृति से जयपुरवासियों को बेहतर और सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन की सुविधा जल्द मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री शर्मा ने 15 वें वित्त आयोग के अंतर्गत राजस्थान के नॉन मिलियन प्लस शहरों के नगरीय निकायों को मिलने वाले केंद्रीय सहयोग पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस सहयोग से विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ेगी और समय पर परियोजनाएं पूरी की जा सकेंगी।
मुख्यमंत्री शर्मा ने केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने एशियन डेवलपमेंट बैंक और वर्ल्ड बैंक के संयुक्त वित्तपोषण से आरयूआईडीपी (RUIDP) फेज-5 की परियोजना तैयार कर भारत सरकार के समक्ष प्रस्तुत की है। इस परियोजना से जलापूर्ति, अपशिष्ट जल प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, शहरी यातायात सुधार, बाढ़ प्रबंधन और विरासत संरक्षण जैसे क्षेत्रों में सर्वांगीण शहरी विकास सुनिश्चित होगा।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि इसकी शीघ्र स्वीकृति से प्रदेश के चहुंमुखी विकास को गति मिलेगी और जनता को प्रत्यक्ष लाभ होगा।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान में ऊर्जा उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं और शहरी आधारभूत ढांचे के विकास के लिए केंद्रीय सहयोग बेहद आवश्यक है। इस पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राजस्थान को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।