Saturday, 16 August 2025

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई दी और कहा कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस भारतीयों के लिए गर्व और उमंग का अवसर हैं, जो हमें भारतीय होने के गौरव की याद दिलाते हैं।

राष्ट्रपति ने अपने संदेश में स्वतंत्रता संग्राम के संघर्षों और बलिदानों को याद किया, साथ ही विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि हमारे लोकतंत्र की नींव न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता के मूल्यों पर आधारित है, और इन मूल्यों के केंद्र में व्यक्ति की गरिमा है।

आर्थिक क्षेत्र में उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि भारत 6.5% GDP वृद्धि दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने अवसंरचना, डिजिटल भुगतान, रेलवे विस्तार, जल जीवन मिशन, आयुष्मान भारत योजना और AI मिशन जैसी पहलों की प्रगति का विशेष उल्लेख किया।

राष्ट्रपति ने युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर रहने वाले समुदायों को प्रगति के मुख्य आधार बताया। उन्होंने महिला सशक्तीकरण, खेलों में भारत की बढ़ती उपलब्धियों, और अंतरिक्ष कार्यक्रमों में युवाओं की भूमिका पर जोर दिया।

रक्षा क्षेत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने इसे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई और आत्मनिर्भर भारत मिशन की बड़ी उपलब्धि बताया। साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ का संकल्प लेने का आह्वान किया।

पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों और सतत विकास की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और समृद्ध पृथ्वी छोड़ने का प्रयास करना चाहिए।

अपने संदेश के अंत में राष्ट्रपति ने सेना, पुलिस, केंद्रीय बलों, न्यायपालिका, सिविल सेवाओं और प्रवासी भारतीयों को शुभकामनाएं दीं और एक बार फिर स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी।

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