Wednesday, 06 August 2025

युवक को युवती ने बुलाकर बनाया बंधक, 8 लाख की फिरौती मांगने वाले गैंग का मास्टरमाइंड लखनऊ से गिरफ्तार


युवक को युवती ने बुलाकर बनाया बंधक, 8 लाख की फिरौती मांगने वाले गैंग का मास्टरमाइंड लखनऊ से गिरफ्तार

जयपुर। जयपुर के शिप्रापथ थाना क्षेत्र में एक हनीट्रैप और फिरौती से जुड़ा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक युवती ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवक को मिलने के बहाने बुलाकर बंधक बना लिया और 8 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। मामले में पुलिस ने युवती सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड भरत लाल मीणा, रेलवे में टेक्नीशियन है और लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में कार्यरत है। वह छुट्टी लेकर विशेष रूप से इस वारदात को अंजाम देने जयपुर आया था।

डीसीपी (साउथ) राजर्षि राज ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों में शामिल भरत लाल मीणा (38) निवासी कुडगांव करौली हाल निवासी लखनऊ, रामकेश मीणा (32) निवासी कुडगांव करौली और एक युवती को अरेस्ट किया गया है। यह गिरोह पिछले तीन महीने से युवक को टारगेट कर रहा था, और महिला के जरिए पहले दोस्ती करवाई गई। महिला ने बातचीत का भरोसा जीतकर युवक को मिलने के लिए बुलाया और जैसे ही वह किराए के कमरे में पहुंचा, पीछे से आए दोनों आरोपियों ने उसे पकड़ लिया और बंधक बना लिया।

बदमाशों ने युवक को लगातार 20 घंटे तक कमरे में बंद रखकर मारपीट की और परिजनों से फोन कर कहा कि युवक ने एक लड़की से बलात्कार किया है। अगर 8 लाख रुपये नहीं दिए गए तो ना सिर्फ मार डालेंगे, बल्कि रेप के झूठे केस में फंसा देंगे। परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद शिप्रापथ थाना पुलिस ने दबिश देकर रुपए लेने आए दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ा।

पुलिस ने पूछताछ के आधार पर शांति नगर, दुर्गापुरा स्थित किराए के मकान में छापा मारा, जहां बाहर बैठी युवती को पकड़ा गया और कमरे से बंधक युवक को छुड़ाया गया। जांच में सामने आया कि इस वारदात के लिए तीन दिन पहले ही मकान किराए पर लिया गया था और पूरी योजना सुनियोजित तरीके से तीन महीने पहले से बनाई जा रही थी।

पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आईपीसी की गंभीर धाराओं और फिरौती व अपहरण के आरोप में केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। इस वारदात ने न केवल हनीट्रैप की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई है, बल्कि यह भी साफ कर दिया है कि साइबर व मानसिक जाल के जरिए युवक-युवतियों को निशाना बनाने वाले गिरोह किस हद तक जा सकते हैं।

Previous
Next

Related Posts