नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार दोपहर लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दोपहर 1:20 बजे अंतिम सांस ली। वह काफी समय से किडनी से संबंधित गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और 11 मई 2025 को उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सत्यपाल मलिक भारतीय राजनीति का एक चर्चित चेहरा रहे हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय जैसे राज्यों में राज्यपाल की जिम्मेदारी निभाई। विशेष रूप से उनका कार्यकाल 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में ऐतिहासिक रहा। उन्हीं के कार्यकाल में 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया था, जिसने जम्मू-कश्मीर की विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया।
मलिक को उनके स्पष्ट वक्तव्यों और राष्ट्रहित से जुड़े मुद्दों पर बेबाक राय रखने के लिए जाना जाता था। वे राजनीतिक हलकों में सीधे और स्पष्टवादी प्रशासक के रूप में पहचान रखते थे। उनके निधन से भारतीय प्रशासनिक और राजनीतिक जगत में गहरा शोक व्याप्त है।
देशभर के नेताओं और नागरिकों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है। केंद्र सरकार द्वारा उनके सम्मान में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की संभावना जताई जा रही है।