मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को जयपुर स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार करने वाला व्यक्ति अंततः अपनी और अपने परिवार की जिंदगी को बर्बाद कर देता है। उन्होंने कहा कि, "जो व्यक्ति भ्रष्टाचार करता है, उसका बेटा भी बुढ़ापे में उसे पानी नहीं पिलाएगा। मैंने ऐसे कई उदाहरण देखे हैं जहां अंत में भ्रष्टाचारियों की दुर्दशा होती है।"
मुख्यमंत्री शर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा कि भ्रष्टाचार करने वाला व्यक्ति भले ही एसीबी की नजरों से बच जाए, लेकिन ईश्वर की नजर से नहीं बच सकता। उन्होंने समाज में नैतिक मूल्यों के ह्रास पर चिंता जताते हुए कहा कि सम्मान अर्जित करने के लिए व्यक्ति को नैतिक मूल्यों पर आधारित जीवन जीना होगा।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार की आदत घर तक पहुंच जाती है और यदि समय रहते इसे नहीं रोका जाए, तो इसका दुष्प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह बुराई तीन पीढ़ियों को बर्बाद कर देती है और इसलिए इससे लड़ने की सामूहिक जिम्मेदारी हम सभी की है।
उन्होंने एसीबी की भूमिका को बेहद अहम बताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने बीते डेढ़ वर्षों में भ्रष्टाचार के खिलाफ "जीरो टॉलरेंस" की नीति अपनाई है और प्रशासन को पारदर्शी बनाने हेतु प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक तभी पहुंचेगा जब प्रशासन पूरी तरह से भ्रष्टाचार मुक्त होगा।