जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर में मीडिया से बातचीत में राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत कर चुका है और अब प्रदेशभर में भाजपा सरकार की विफलताओं को उजागर करने में जुटेगा।
डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार जनता से जवाबदेही से बच रही है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की जनहितकारी योजनाएं, जैसे चिरंजीवी योजना, आरजीएचएस, और पेंशन योजनाएं ठप कर दी गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने यमुना जल योजना की डीपीआर बनाने की बात कही थी, लेकिन आज तक डीपीआर तैयार नहीं हुई, और उन्हें “भागीरथी” कहकर सम्मानित करवाया गया।
डोटासरा ने भाजपा को “पर्ची सरकार” कहते हुए कहा कि डेढ़ साल में एक भी नई जनहितकारी योजना नहीं शुरू की गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार के पास विभागों के लिए बजट तक नहीं है, अस्पतालों और ठेकेदारों को बकाया भुगतान नहीं किया जा रहा, जिससे सड़क निर्माण और इलाज दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
उन्होंने मौजूदा टाउनशिप पॉलिसी, शिक्षा नीति, और पाठ्यक्रम बदलाव पर भी सवाल उठाए। खासकर “आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत” पुस्तक को हटाने की मंशा पर उन्होंने कहा कि भाजपा शिक्षा को अपने एजेंडे के अनुसार ढालना चाहती है, जबकि यह पुस्तक सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान का निष्पक्ष वर्णन करती है, जिसमें पीएम मोदी के निर्णय भी शामिल हैं।
डोटासरा ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता नफरत फैलाकर राजनीति कर रहे हैं, और राज्य में प्रशासनिक अराजकता का माहौल है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वे 5-5 महीने तक कैबिनेट बैठक नहीं बुलाते और जब बुलाते हैं तो जन विरोधी निर्णय होते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के अपने कार्यकर्ता और नेता भी सरकार की कार्यशैली से असंतुष्ट हैं।
अंत में, डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में जाकर जनता की समस्याएं सुनेंगे और भाजपा के कुशासन के खिलाफ जनजागरण करेंगे।