कोटा में पढ़ाई कर रही एक नाबालिग छात्रा को इंस्टाग्राम पर धर्म और नाम छुपाकर झांसे में लेने का मामला सामने आया है। लखनऊ निवासी युवक रजाक ने खुद को "आदि" नाम से इंस्टाग्राम पर प्रस्तुत किया और छात्रा से दोस्ती कर ली। आरोपी ने अपनी उम्र 18 वर्ष बताई जबकि वह वास्तव में 25 वर्ष का निकला।
एसआई भंवरलाल के अनुसार, आरोपी ने 11 जुलाई को छात्रा को लखनऊ ले जाने के लिए टैक्सी किराए पर ली। रास्ते में उसने छात्रा का मोबाइल और सिमकार्ड तोड़ दिया ताकि कोई उसे ट्रेस न कर सके।
हालांकि, रास्ते में छात्रा को युवक की मंशा पर संदेह हुआ। जब गाड़ी झांसी पहुंची, तब छात्रा ने टैक्सी ड्राइवर से मदद मांगी और गाड़ी को नजदीकी थाने ले जाने के लिए कहा। ड्राइवर की सतर्कता से गाड़ी थाने पहुंची, जहां पुलिस ने सख्ती से पूछताछ कर मामला उजागर किया।
आरोपी को हिरासत में लेकर कोटा पुलिस को सूचना दी गई। कोर्ट में पेशी के बाद रजाक को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंह ने बताया कि छात्रा ने बयान में कहा कि युवक ने अपनी पहचान और उम्र दोनों गलत बताई थी। युवक ने इंस्टाग्राम पर धर्म छुपाकर फर्जी प्रोफाइल से संपर्क किया और धीरे-धीरे विश्वास जीतकर उसे अपने साथ ले जाने की योजना बनाई थी।
बाल कल्याण समिति द्वारा छात्रा को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस ने IPC और POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।