Friday, 13 June 2025

संसद के मानसून सत्र से पहले भाजपा को मिलेगा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त, चुनाव प्रक्रिया जल्द


संसद के मानसून सत्र से पहले भाजपा को मिलेगा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त, चुनाव प्रक्रिया जल्द

🔶 मुख्य बिंदु (Highlights):

  • संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हो रहा है।

  • भाजपा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष 21 जुलाई से पहले चुन सकती है।

  • अगले हफ्ते से 10 प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद प्रक्रिया शुरू होगी।

  • जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में खत्म हुआ, अब एक्सटेंशन पर हैं।

  • नड्डा वर्तमान में केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं।

भाजपा में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। सूत्रों के मुताबिक, संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले, यानी 21 जुलाई 2025 से पहले पार्टी नया अध्यक्ष चुन लेगी। आने वाले सप्ताह से इस दिशा में गतिविधियां तेज होने जा रही हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई अनौपचारिक चर्चाओं में संकेत दिए गए हैं कि इस बार अध्यक्ष पद का चुनाव और अधिक नहीं टाला जाएगा। पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और आगामी राजनीतिक चुनौतियों से निपटने के लिए यह आवश्यक माना जा रहा है।

बताया जा रहा है कि लगभग 10 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की औपचारिक प्रक्रिया शुरू होगी।

जेपी नड्डा, जो वर्तमान में राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, का कार्यकाल जून 2024 में समाप्त हो गया था। फिलहाल वह एक्सटेंशन पर हैं और साथ ही केंद्र सरकार में मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। परंपरानुसार पार्टी संगठन और सरकार दोनों में एक साथ शीर्ष भूमिका निभाना दीर्घकालीन समाधान नहीं माना जाता, इसी कारण नए अध्यक्ष की नियुक्ति को अब प्राथमिकता दी जा रही है।

संगठन से जुड़े सूत्रों के अनुसार 8 प्रमुख नाम महिला और पुरुष दावेदारों के रूप में चर्चा में है जिनमें संगठनात्मक अनुभव, सामाजिक समीकरण, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और प्रधानमंत्री मोदी-शाह की नजदीकी को आधार माना जा रहा है।

यह रहे संभावित दावेदार: शिवराज सिंह चौहान (मध्य प्रदेश):4 बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।‘लाडली बहना’ योजना से महिला वोट बैंक में बड़ी पकड़ बनाई। 6 बार लोकसभा सदस्य रहे, 2005 में मप्र भाजपा अध्यक्ष भी रह चुके हैं।RSS से 13 वर्ष की उम्र में जुड़े, इमरजेंसी में जेल गए। OBC वर्ग से हैं, संघ में शीर्ष प्राथमिकता पर।

सुनील बंसल (राजस्थान):भाजपा संगठन के कुशल रणनीतिकार माने जाते हैं।2014 लोकसभा और 2017 यूपी विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका।बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में भी प्रभारी रहते पार्टी को मजबूती दी।संघ से मजबूत संबंध, संगठन पर गहरी पकड़।यूपी में 'भाजपा का चाणक्य' कहा जाता है।

धर्मेन्द्र प्रधान (ओडिशा):वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा मंत्री हैं। 40 साल का राजनीतिक अनुभव, ABVP से 14 की उम्र में जुड़े।ओबीसी समुदाय से आते हैं, 2 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा सदस्य।मोदी-शाह की कोर टीम का हिस्सा

रघुवर दास (झारखंड):झारखंड के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री रहे।राज्य में 5 साल का स्थिर शासन दिया।भाजपा संगठन और कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पकड़।ओबीसी समुदाय से, पूर्वोत्तर में भी प्रभावी।

स्मृति ईरानी (दिल्ली):कैबिनेट मंत्री के रूप में कई प्रमुख मंत्रालय संभाले।पार्टी का मजबूत महिला चेहरा, हिंदी बेल्ट के साथ दक्षिण भारत में भी प्रभाव।संगठन, संघ और सरकार तीनों में अनुभव।

वानति श्रीनिवासन (तमिलनाडु):भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष।1993 से भाजपा से जुड़ी हैं।कोयंबटूर दक्षिण सीट से कमल हासन को हराया।संघ परिवार से पारिवारिक जुड़ाव, संगठन में प्रभावी भूमिका।

तमिलिसाई सौंदर्यराजन (तमिलनाडु):भाजपा की पूर्व तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष(2014–2019)।पीएम मोदी और अमित शाह की करीबी मानी जाती हैं।लंबे समय तक संगठन में सक्रिय, दक्षिण भारत में मजबूत पकड़।

डी. पुरंदेश्वरी (आंध्र प्रदेश):एन.टी. रामाराव की बेटी, पूर्व केंद्रीय मंत्री।कांग्रेस से भाजपा में आईं, फिलहाल आंध्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष।दक्षिण भारत में खासकर तेलुगु राज्यों में पार्टी को मजबूती दे सकती हैं।

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