जयपुर स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने उदयपुर के भाजपा जिला कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर उन्होंने वीर सावरकर के स्वदेश प्रेम, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रसेवा के सिद्धांतों को आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्रनिर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
राठौड़ ने कहा कि सावरकर का जीवन त्याग, तपस्या और राष्ट्र के लिए सतत संघर्ष का उदाहरण है। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने स्वतंत्रता संग्राम के समय थे। उन्होंने न केवल स्वदेशी आंदोलन को नई दिशा दी, बल्कि सामाजिक सुधार, शिक्षा और आधुनिक भारत की नींव रखने में भी अग्रणी भूमिका निभाई।
प्रदेशाध्यक्ष ने वृक्षारोपण को भावनात्मक और वैचारिक रूप से सावरकर के विचारों से जोड़ते हुए कहा कि यह केवल प्रकृति के प्रति प्रेम नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह आयोजन एक सांस्कृतिक और वैचारिक आंदोलन का हिस्सा है जो स्वातंत्र्यवीर सावरकर के स्वावलंबन और राष्ट्रसेवा के सिद्धांतों से जुड़ा हुआ है।
राठौड़ ने कहा, "जब तक नागरिक पर्यावरण और प्रकृति के प्रति संवेदनशील नहीं होंगे, तब तक आत्मनिर्भर भारत का सपना अधूरा रहेगा। पेड़-पौधे, नदियां, जंगल और खेत—ये सभी राष्ट्ररक्षा के वैकल्पिक स्तंभ हैं।"
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, जिला अध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़, उदयपुर विधायक ताराचंद जैन सहित कई भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पूरे कार्यक्रम में देशभक्ति की भावना और सामाजिक उत्तरदायित्व का अद्भुत समन्वय देखने को मिला।