सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा थाना क्षेत्र में अवैध बजरी खनन रोकने गई पुलिस टीम पर बजरी माफियाओं ने हमला कर दिया। गुरुवार रात करीब 12 बजे बनास नदी के डिडायच रपट के पास हुई इस घटना में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) लाभूराम विश्नोई की प्राइवेट बोलेरो गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। हमले के दौरान पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए बनास नदी क्षेत्र में छिपना पड़ा।
पुलिस की कार्रवाई के दौरान अफरा-तफरी में एक ट्रैक्टर चालक, सुरज्ञान मीणा (निवासी बूंदी), की मौत हो गई। मृतक के भाई रामप्रसाद मीणा का आरोप है कि डीएसपी लाभूराम ने लोहे की सरिया से वार किया, जिससे सुरज्ञान की मौके पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस ने परिजनों को बिना सूचना दिए शव को सवाई माधोपुर की मोर्चरी में भिजवा दिया, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
घटना के बाद शुक्रवार सुबह से चौथ का बरवाड़ा थाने के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने कहा है कि मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, इस घटना में खनिज विभाग की टीम को मौके पर न बुलाए जाने पर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।