बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ कस्बे ने एक और होनहार रत्न देश को दिया है। हरिओम पांडिया ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पहले ही प्रयास में 160वीं रैंक प्राप्त कर न केवल अपने परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया है, बल्कि वे देश के दूसरे सबसे युवा IAS अधिकारी भी बन गए हैं।
सिर्फ 22 वर्ष की उम्र में मिली इस ऐतिहासिक सफलता के साथ हरिओम ने यह सिद्ध कर दिया कि कड़ी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। हरिओम ने राजस्थान विश्वविद्यालय के फाइव ईयर लॉ कॉलेज से वर्ष 2024 में BALLB (बैचलर ऑफ आर्ट्स और लॉ) की पढ़ाई पूरी की।
उन्होंने UPSC की तैयारी के दौरान 'लॉ' को वैकल्पिक विषय के रूप में चुना और एक साल की कड़ी मेहनत के बाद देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पार कर दिखाया। हरिओम की यह उपलब्धि न केवल श्रीडूंगरगढ़ या बीकानेर जिले बल्कि पूरे राजस्थान के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है।
हरिओम ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और मार्गदर्शकों को दिया। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि अगर सही दिशा में लगातार प्रयास किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है।