Saturday, 19 April 2025

रणथंभौर: टाइगर हमले में मासूम की मौत के बाद त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पांच दिन के लिए बंद, इलाके में 14 बाघों की मौजूदगी से दहशत


रणथंभौर: टाइगर हमले में मासूम की मौत के बाद त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पांच दिन के लिए बंद, इलाके में 14 बाघों की मौजूदगी से दहशत
रणथंभौर टाइगर हमला
  • मंदिर मार्ग पांच दिन के लिए बंद
  • इलाके में 14 टाइगरों की मौजूदगी
  • वन विभाग पर लापरवाही के आरोप


रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बुधवार को हुए टाइगर हमले में 7 वर्षीय मासूम की दर्दनाक मौत के बाद त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को पांच दिन के लिए श्रद्धालुओं और आमजन के लिए बंद कर दिया गया है। इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में सन्नाटा और भय का माहौल बना हुआ है। बताया गया है कि बच्चे पर हमला टी-84 की बेटी मादा शावक 'कनकटी' ने किया था, जिसकी घटनास्थल के आसपास लगातार मूवमेंट बनी हुई है।

इलाके में 14 टाइगर, डर का माहौल

गणेश धाम से दुर्ग तक के इलाके में 14 बाघों की सक्रियता वन विभाग और श्रद्धालुओं के लिए गंभीर खतरे का संकेत बन चुकी है। तीन बाघिन और उनके नौ शावक, साथ ही दो मेल टाइगर, इस मार्ग के आसपास विचरण कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, शावक अभी युवा हो रहे हैं और धीरे-धीरे शिकार में माहिर बनते जा रहे हैं।


हादसे की पूरी घटना

बुधवार को हजारों श्रद्धालु त्रिनेत्र गणेश मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे। अमराई वन क्षेत्र के पास मंदिर से लौटते समय, एक 7 वर्षीय बच्चा अपनी दादी और चाचा के साथ था, तभी टाइगर ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

यह घटना स्थानीय जनता और श्रद्धालुओं को स्तब्ध कर गई। घटना के बाद वन विभाग ने तत्काल मंदिर मार्ग को बंद कर दिया।


वन विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल

वन्यजीव संरक्षण प्रमुख द्वारा पांच दिन के लिए मार्ग बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है, लेकिन लोगों में वन विभाग के खिलाफ जबरदस्त रोष है। स्थानीय लोगों का कहना है कि टाइगर मूवमेंट की स्पष्ट जानकारी होने के बावजूद आमजन की आवाजाही जारी रखना गंभीर लापरवाही है।

वनकर्मी मौके पर तैनात नहीं थे और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को नजरअंदाज किया गया, जिसका खामियाजा एक मासूम को जान देकर चुकाना पड़ा।

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