जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की प्रवर्तन शाखा ने नेवटा और खटवाड़ा में 90 बीघा सरकारी जमीन पर से अतिक्रमण हटाकर इसे मुक्त करवाया। इसके साथ ही जोन-12 में 15 बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर विकसित की जा रही 4 अवैध कॉलोनियों को भी ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई में करोड़ों रुपये की जमीन को बचाया गया।
नेवटा और खटवाड़ा में बड़ी कार्रवाई: महानिरीक्षक पुलिस कैलाश चन्द्र बिश्नोई ने बताया कि नेवटा में खसरा नंबर 1317, 1365-1369, 1398, 1401, 1409 और खटवाड़ा में खसरा नंबर 1104, 1105 में काश्तकारों ने कच्चे-पक्के मकान, टिनशेड, झुग्गी-झोपड़ियां, और तारबंदी कर कब्जा कर रखा था।
प्रवर्तन दस्ते ने जेसीबी मशीन और मजदूरों की सहायता से अतिक्रमण हटाकर जेडीए के बोर्ड लगवाए।इन जमीनों की अनुमानित कीमत करीब 400 करोड़ रुपये आंकी गई है।
जोन-12 में अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई: शिवाड़ फाटक, दीनदयाल उपाध्याय स्मारक, धानक्या रेलवे फाटक और झाझरिया ग्राम में 15 बीघा कृषि भूमि पर अवैध कॉलोनियां बसाने के प्रयास किए जा रहे थे।बिना स्वीकृति के बनाई गई सड़कों और अन्य निर्माणों को प्रवर्तन दस्ते ने निशादेही पर ध्वस्त किया। मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन आदर्श चौधरी और भवानी सिंह तंवर की देखरेख में यह कार्रवाई की गई।
प्रभाव और संदेश: जेडीए की इस कार्रवाई ने अतिक्रमणकारियों और अवैध कॉलोनी विकसित करने वालों को कड़ा संदेश दिया है। अतिक्रमण मुक्त की गई जमीन का उपयोग भविष्य में विकास कार्यों के लिए किया जा सकेगा।