जोधपुर की सहायक कलक्टर प्रियंका बिश्नोई का अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया, जिससे प्रशासनिक और सामाजिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और इसे एक अपूरणीय क्षति बताया है।
प्रियंका बिश्नोई का शव गुरुवार को जोधपुर लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।अहमदाबाद इलाज के दौरान उनके पति आबकारी निरीक्षक विक्रम सिंह बिश्नोई और ससुर सही राम बिश्नोई मौजूद रहे।
प्रियंका बिश्नोई की तबीयत पेट के एक ऑपरेशन के बाद बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिवार ने आरोप लगाया है कि जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में इलाज के दौरान गंभीर लापरवाही हुई, जिसमें या तो उन्हें एनेस्थीसिया अधिक मात्रा में दिया गया या ऑपरेशन के दौरान खून का अत्यधिक बहाव हुआ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जोधपुर के कलक्टर गौरव अग्रवाल ने जांच के आदेश दिए हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. भारती सारस्वत ने बताया कि कलक्टर के आदेश पर पांच डॉक्टरों की एक विशेष जांच समिति गठित की गई है, जिसमें विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ शामिल हैं। यह समिति तीन दिनों के भीतर प्रियंका बिश्नोई के इलाज में हुई संभावित लापरवाही की जांच करेगी।
कलक्टर गौरव अग्रवाल ने आश्वासन दिया है कि रिपोर्ट आने के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी और यदि किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रियंका बिश्नोई के स्वास्थ्य के लिए विश्नोई समाज के लोग निरंतर प्रार्थनाएं कर रहे थे, लेकिन उनके निधन की खबर से पूरा समाज शोकाकुल है।