दौसा जिले के बांदीकुई थाना क्षेत्र के जोधपुरिया गांव में बुधवार शाम 5:00 बजे एक 35 फीट गहरे गड्ढे में गिरी 2 साल की मासूम नीरू गुर्जर को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने संयुक्त रूप से सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया है। एसडीआरएफ के कमाण्डेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया के अनुसार, बच्ची खेलते समय एक 600 फीट गहरे बोरवेल के पास बने 35 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई थी, और वह 30 फीट की गहराई पर फंसी हुई थी।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम को तुरंत रवाना किया गया, जबकि बटालियन मुख्यालय गाडोता से भी बोरवेल रेस्क्यू उपकरणों और प्रशिक्षित जवानों की एक एक्सपर्ट टीम को घटनास्थल भेजा गया। साथ ही, अजमेर में स्थित एनडीआरएफ की टीम को भी सहायता के लिए बुलाया गया।
रेस्क्यू टीम ने पहले बोरवेल में कैमरा डालकर बच्ची पर निगरानी रखी और ऑक्सीजन सप्लाई की। जेसीबी और एलएनटी मशीनों की मदद से बोरवेल से 15 फीट दूर खुदाई शुरू की गई। कई प्रयासों के बाद, सुरंग बनाकर बालिका को जीवित निकालने की योजना बनाई गई। एसडीआरएफ के जवानों ने लगातार मेहनत की और लगभग 30 फीट की खुदाई के बाद, 03 फीट चौड़े कंक्रीट पाइप के जरिये सुरंग खोदी गई।
आखिरकार, 20 फीट लम्बी सुरंग से आगे खुदाई करने के बाद, एसडीआरएफ के दो जवानों संदीप कुमार और बजरंग लाल ने 35 फीट की गहराई से नीरू को सुरक्षित बाहर निकाला। इस सफल ऑपरेशन के बाद, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने साहस, शौर्य और बहादुरी का परिचय दिया और ‘‘आपदा सेवार्थ कटिबद्धता’’ के स्लोगन को पूर्ण रूप से चरितार्थ किया।