Thursday, 19 September 2024

आरएएस अधिकारी प्रियंका बिश्नोई का सुरपुरा में हुआ अंतिम संस्कार, परिवार को जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन


आरएएस अधिकारी प्रियंका बिश्नोई का सुरपुरा में हुआ अंतिम संस्कार, परिवार को जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन

आरएएस अधिकारी प्रियंका बिश्नोई का गुरुवार शाम को फलोदी के सुरपुरा (ससुराल) में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रियंका की मौत की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर परिजनों और समाज के लोगों ने अंततः अंतिम संस्कार के लिए सहमति जताई।

प्रियंका बिश्नोई का निधन बुधवार रात अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान हो गया था। प्रियंका के परिजन और बिश्नोई समाज के लोग जोधपुर एम्स में धरने पर बैठे हुए थे, जहां वे वसुंधरा अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज करने और न्याय की मांग कर रहे थे।

प्रियंका का अंतिम संस्कार उनके ससुराल पक्ष के गांव सुरपुरा में हुआ। समाज और परिजनों की मांग थी कि जब तक अस्पताल और डॉक्टरों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक अंतिम संस्कार नहीं होगा। 

डीसीपी पश्चिम राजर्षि वर्मा की उपस्थिति में हुई वार्ता में परिजनों को आश्वासन दिया गया कि मेडिकल टीम द्वारा की जा रही जांच में अगर लापरवाही पाई जाती है, तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस आश्वासन के बाद परिजनों ने शव को उठाने और अंतिम संस्कार करने का फैसला किया।

प्रियंका के ससुर, सहीराम बिश्नोई ने समाज को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यदि जांच के बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे फिर से समाज के साथ खड़े होंगे और अपनी मांगें आगे बढ़ाएंगे।

जोधपुर एम्स में धरना समाप्त, परिजनों को मिला न्याय का आश्वासन

गुरुवार को जोधपुर एम्स में प्रियंका बिश्नोई के परिजनों और समाज के लोगों ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से इनकार कर दिया था। उनका आरोप था कि जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान लापरवाही हुई थी, जिससे प्रियंका की तबीयत खराब हुई और उन्हें अहमदाबाद रेफर करना पड़ा।

एसीपी छवि शर्मा ने बताया कि बिना जांच के अस्पताल या डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जांच समिति, जिसमें वरिष्ठ डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं, जांच कर रही है और परिजनों को भी अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा।

प्रियंका बिश्नोई के परिवार और बिश्नोई समाज के लोग इस मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे। बिश्नोई टाइगर फोर्स के अध्यक्ष रामपाल भवाद ने कहा कि प्रियंका बिश्नोई को न्याय दिलाने के लिए समाज के लोग एकजुट हैं और उनकी मांग है कि वसुंधरा अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।

वसुंधरा अस्पताल में ऑपरेशन के बाद बिगड़ी थी हालत

प्रियंका बिश्नोई की तबीयत 5 सितंबर को जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में एक ऑपरेशन के बाद बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें 7 सितंबर को अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया था। उपचार के दौरान उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो पाया और 13 दिन बाद उनका निधन हो गया।

प्रियंका की मौत ने उनके परिवार और समाज को गहरे सदमे में डाल दिया है, और वे वसुंधरा अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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