उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अगले दो महीनों तक लगातार फील्ड में जाकर मॉनिटरिंग करें और दीपावली से पहले बारिश के कारण खराब हुई सड़कों की मरम्मत सुनिश्चित करें। बुधवार को निर्माण भवन में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने यह आदेश दिए। उन्होंने सभी मुख्य अभियंताओं को निर्देशित किया कि वे लगातार सात-सात दिन फील्ड में रहकर सड़कों के काम की मॉनिटरिंग करें।
उपमुख्यमंत्री ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सड़कों की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस ठेकेदार ने सड़क का निर्माण किया है, वही गारंटी अवधि के दौरान सड़क की मरम्मत करने के लिए जिम्मेदार होगा। इसके लिए, यदि आवश्यक हो तो नियमों में संशोधन किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के मॉडल को अपनाकर सड़कों की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जाए और मरम्मत के दौरान वही सामग्री इस्तेमाल की जाए जो निर्माण के समय उपयोग की गई थी।
दीया कुमारी ने जोर दिया कि यह विभाग सीधे जनता से जुड़ा हुआ है और हमें अपनी प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए, जिसमें डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) से लेकर कार्य आदेश और निर्माण कार्य तक के सभी चरणों के लिए एक निश्चित समय सीमा तय हो, ताकि जनता को समय पर सुविधाएं मिल सकें।
बैठक के दौरान, उपमुख्यमंत्री ने "राजस्थान पीडब्ल्यूडी सेवा" ऐप लॉन्च किया। इस ऐप का उद्देश्य प्रदेश की सड़कों की गुणवत्ता में सुधार और उसे बनाए रखने के लिए एक मजबूत निरीक्षण प्रणाली विकसित करना है। यह ऐप सड़कों और भवनों की गुणवत्ता की निगरानी, पारदर्शिता, दक्षता, और जवाबदेही बढ़ाने में सहायक होगा।
इस ऐप के तहत संबंधित अधिकारी हर छह महीने में एक बार सड़कों और भवनों का निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण की जियो-टैगिंग फोटो ऐप पर अपलोड होगी, और ठेकेदारों को ईमेल के जरिए निरीक्षण रिपोर्ट प्राप्त होगी। मरम्मत के बाद, ठेकेदारों को सुधार कार्य की फोटो सहित रिपोर्ट भी संबंधित अधिकारियों को अनुमोदन के लिए भेजनी होगी।
बैठक में एनएचएआई, एनएच, आरएसएचए, और आरएसआरडीसी के कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की गई। इस दौरान राज्यमंत्री मंजु बाघमार, प्रमुख शासन सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता, मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव डी आर मेघवाल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।