कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बुधवार को अचानक टोंक जेल पहुंचकर एसडीएम थप्पड़ कांड में जेल में बंद नरेश मीणा से मुलाकात की। नरेश मीणा, जो देवली-उनियारा से निर्दलीय प्रत्याशी रहे हैं, को एसडीएम को थप्पड़ मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और नरेश मीणा की मुलाकात के बाद सियासी हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। मुलाकात के दौरान कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने नरेश को गुस्से पर नियंत्रण रखने की सलाह दी। पत्रकारों के सवालों पर मंत्री ने मुलाकात की बात तो स्वीकार की, लेकिन बातचीत के विषय पर चुप्पी साध ली।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि समरावता गांव में हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार पूरी तरह गंभीर है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी निर्दोष व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी।
सचिन पायलट द्वारा समरावता कांड की न्यायिक जांच की मांग पर कटाक्ष करते हुए कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि उनकी सरकार ने कितनी जांच करवाई और उनका क्या हुआ, यह सबको पता है। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने इससे पहले समरावता गांव का दौरा किया और ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि जेल में बंद आरोपियों से मिलने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी सहूलियत दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जो जेल में बंद हैं, उन्हें जल्द ही रिहा किया जाएगा।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जिन प्रशासनिक अधिकारियों ने घटना के दौरान गलती की है, उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार नुकसान की भरपाई करेगी और इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने समरावता में सुलह की जिम्मेदारी कृषि मंत्री को सौंपी थी। इसके तहत कृषि मंत्री ने गांव के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम और मुख्यमंत्री से करवाई। इसके बाद कई मांगों पर सहमति बनी और हालात को सामान्य करने के प्रयास तेज किए गए। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा द्वारा जेल में नरेश मीणा से मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार समरावता कांड में संतुलन साधने की कोशिश कर रही है।