मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को सचिवालय में सिंगापुर सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने राजस्थान को विकसित राजस्थान-2047 बनाने के लक्ष्य पर चर्चा की और सिंगापुर को इस मिशन में एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को दिसंबर में आयोजित होने वाले राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में भाग लेने का भी निमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान को अगले 5 वर्षों में 180 बिलियन से 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "विकसित भारत-2047" विजन के अनुरूप है। उन्होंने सिंगापुर की अर्थव्यवस्था और नवाचार को प्रेरणादायक बताया और इसे राजस्थान के विकास में सहयोग देने का अनुरोध किया।
स्वास्थ्य और जल संचय: मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि राजस्थान के कुल बजट का 8.26% हिस्सा स्वास्थ्य क्षेत्र को दिया गया है।जल संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन 2.0 और कैच द रेन जैसे अभियानों को तेज किया गया है।
पूर्वी राजस्थान में पेयजल और सिंचाई के लिए ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना) का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
राइजिंग राजस्थान समिट:मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि 9-11 दिसंबर को होने वाले इस ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत अब तक 20 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए जा चुके हैं।यह समिट वैश्विक निवेशकों को राजस्थान में निवेश के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करेगा।
राजस्थान की आर्थिक संभावनाएं: राजस्थान में नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, कृषि, टैक्सटाइल, और पेट्रोकेमिकल्स जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं।राज्य की 88% जनसंख्या को मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत मुफ्त स्वास्थ्य बीमा कवरेज दिया जा रहा है।
सिंगापुर प्रतिनिधिमंडल की भागीदारी:सिंगापुर प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनकी यात्रा से राजस्थान और सिंगापुर के संबंधों को नई मजबूती मिलेगी।
इस प्रतिनिधिमंडल में सिंगापुर के डिजिटल विकास और सूचना मंत्रालय के वरिष्ठ मंत्री जेनिल पुथुचेरी, प्रधानमंत्री कार्यालय से डेसमंड टैन कोक मेंग, और शिक्षा मंत्री गेन सियो हुआंग सहित कई वरिष्ठ मंत्री और संसद सदस्य शामिल थे।
बैठक में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, और मुख्य सचिव सुधांश पंत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।