



जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को एचसीएम रीपा ओटीएस में आयोजित सुशासन दिवस के राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राम राज्य के आदर्शों पर चलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने शासन को सुशासन और स्वराज को सुराज में परिवर्तित करने का कार्य किया। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सुशासन केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि जनसेवा का संकल्प है, जो समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का माध्यम बनता है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि सुशासन किसी भी राष्ट्र की प्रगति की कुंजी है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता, जवाबदेही और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने वाला प्रशासन ही जनता का विश्वास जीत सकता है। इसी सोच के साथ राज्य सरकार निरंतर सेवा वितरण को सरल, प्रभावी और नागरिक-केंद्रित बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री शर्मा भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों और कर्मचारियों को सुशासन की शपथ दिलाई और उनसे अपेक्षा की कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा, ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ करें। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक निर्णयों का प्रभाव करोड़ों नागरिकों के जीवन पर पड़ता है, इसलिए हर निर्णय में जनहित सर्वोपरि होना चाहिए।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी एवं डॉ. प्रेमचंद बैरवा, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास, पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा, मानव संसाधन क्षमता निर्माण आयोग के सदस्य डॉ. आर. बालासुब्रमण्यम सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सुशासन के मूल्यों को आत्मसात करने और उन्हें व्यवहार में उतारने का सामूहिक संकल्प लिया गया।