Saturday, 06 December 2025

मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण–2026 में राजस्थान की ऐतिहासिक उपलब्धि: 100% डिजिटाइजेशन कर देश में प्रथम स्थान


मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण–2026 में राजस्थान की ऐतिहासिक उपलब्धि: 100% डिजिटाइजेशन कर देश में प्रथम स्थान

राजस्थान ने लोकतांत्रिक ढांचे को अधिक आधुनिक, पारदर्शी और सहभागी बनाने और निर्वाचन प्रक्रियाओं को तकनीक के साथ जोड़ने की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। विशेष गहन पुनरीक्षण–2026 (SIR–2026) के तहत राज्य में मतदाता सूची का 100 प्रतिशत डिजिटाइजेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इस उपलब्धि के साथ राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है जिसने मतदाता सूची को पूरी तरह डिजिटल स्वरूप में परिवर्तित किया है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने इसे “टीम राजस्थान की सामूहिक विजय” बताया। उन्होंने कहा कि गांवों से लेकर शहरों तक, बीएलओ, सहायक कार्मिकों, पर्यवेक्षकों, एईआरओ, ईआरओ, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और जिला निर्वाचन अधिकारियों ने अद्वितीय समर्पण के साथ काम कर यह रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने बताया कि सूक्ष्म कार्ययोजना, निरंतर मॉनिटरिंग और तकनीकी नवाचारों ने इस उपलब्धि को संभव बनाया है।

मतदाता मैपिंग में भी देश में शीर्ष पर राजस्थान:मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि मतदाता मैपिंग के क्षेत्र में भी राजस्थान राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ऊपर है।

  • 97% से अधिक मतदाता मैपिंग कार्य पूर्ण हो चुका है।

  • केवल 3% मतदाताओं को ही दावे-आपत्तियों के दौरान दस्तावेज प्रस्तुत करने हैं।

  • औसतन प्रति बूथ लगभग 30 मतदाताओं के दस्तावेज सत्यापन की आवश्यकता होगी।

उन्होंने कहा कि उच्चस्तरीय मैपिंग से SIR प्रक्रिया बेहद सरल और पारदर्शी बनती है, साथ ही मतदाताओं को बार-बार दस्तावेज जमा कराने की परेशानी से राहत मिलती है।

तकनीक आधारित पारदर्शिता का मॉडल:राजस्थान ने ECINET प्लेटफॉर्म, BLO ऐप, पोर्टल आधारित सत्यापन प्रणाली और जिला हेल्पलाइन व्यवस्था को सुव्यवस्थित कर चुनावी कार्यप्रणाली को गति और विश्वसनीयता प्रदान की है। सरल भाषा में जारी दिशानिर्देशों ने सभी स्तरों पर स्पष्टता सुनिश्चित की।

मानवीय परिश्रम और तकनीक के संयोजन ने राजस्थान को एक राष्ट्रीय आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित कर दिया है।

सफलता के तीन सूत्र—माइक्रो मैनेजमेंट, टीम भावना और तकनीक: मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने कहा कि यह उपलब्धि जमीनी स्तर तक कार्य करने वाले कर्मचारियों, विशेषकर बीएलओ तथा पंचायत स्तर के कार्मिकों की अथक निष्ठा का परिणाम है। “यह सफलता केवल आंकड़ों में नहीं, बल्कि उस भावनात्मक एकजुटता में निहित है जिसने राजस्थान को नई पहचान दिलाई,” उन्होंने कहा।

मतदाताओं का आभार व्यक्त: मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने कहा कि यह उपलब्धि तभी संभव हुई जब राज्य के मतदाताओं ने पूरी जागरूकता और सहयोग के साथ पुनरीक्षण प्रक्रिया में भागीदारी निभाई। विशेष रूप से वृद्ध, दिव्यांग, मजदूर तथा दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों द्वारा दिखाई गई सक्रियता लोकतंत्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता: मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन के अनुसार, “मतदाता सूची केवल नामों का दस्तावेज नहीं, बल्कि नागरिक अधिकारों और चुनावी पारदर्शिता की नींव है।” 100% डिजिटाइजेशन न केवल तकनीकी प्रगति का उदाहरण है, बल्कि यह लोकतंत्र की मजबूती के प्रति राजस्थान की प्रतिबद्धता का भी द्योतक है।

आगे की समय-सारणी

  • ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन: 16 दिसंबर 2025

  • दावे एवं आपत्तियां: 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026

  • सुनवाई एवं निर्णय: 16 दिसंबर 2025 से 7 फरवरी 2026

  • अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन: 14 फरवरी 2026

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने योग्य मतदाताओं से अपील की है कि वे ड्राफ्ट सूची में अपने विवरण की जांच कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और अधिक सशक्त बनाएं।

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