



वृंदावन (मथुरा) के प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय 5 दिसंबर को जयपुर में विवाह बंधन में बंध गए। उनकी शादी हरियाणा के यमुनानगर की रहने वाली शिप्रा शर्मा के साथ सम्पन्न हुई। दुल्हन पारंपरिक सोने से दमकती साड़ी में बेहद आकर्षक नज़र आईं, वहीं विवाह स्थल जयपुर के हवामहल नगरी की भव्यता के बीच पूरी तरह सांस्कृतिक माहौल में डूबा रहा।
शादी के कार्यक्रम दो दिनों तक जयपुर में धूमधाम से आयोजित हुए। 4 और 5 दिसंबर को भात, मेहंदी, फेरे और आशीर्वाद समारोह संपन्न हुए। इससे पहले, 3 दिसंबर को वृंदावन में निकासी निकाली गई, जिसने विवाह उत्सव की शुरुआत को और विशेष बना दिया। 4 दिसंबर को मेहंदी रस्म के दौरान एक भावुक और अनोखा दृश्य देखने को मिला—खुद दुल्हन शिप्रा ने इंद्रेश उपाध्याय के हाथ पर मेहंदी लगाई। समारोह में संगीत का रंग तब और चढ़ गया जब मशहूर सिंगर बी प्राक डांस करते दिखाई दिए, जिससे पूरी महफ़िल झूम उठी।
विवाह के फेरे सबसे विशेष रहे, जहां बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी मौजूद थे। वे पूरे समय इंद्रेश उपाध्याय के ठीक पीछे बैठे रहे और दोनों के बीच कई मौकों पर दोस्ताना हंसी-मज़ाक भी देखने को मिला। उनकी मौजूदगी ने समारोह को आध्यात्मिक और विशिष्ट महत्ता प्रदान की। जयपुर में आयोजित यह विवाह समारोह अपने पारंपरिक वैभव, सेलिब्रिटी उपस्थिति और धार्मिक गरिमा के कारण चर्चा में रहा, जिसमें अनेक संत, भक्तगण, राजनीतिक हस्तियाँ और समाज के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए।