



उदयपुर। नाई थाना क्षेत्र में वकील से मारपीट के मामले ने मंगलवार को उदयपुर कोर्ट परिसर में गर्म माहौल पैदा कर दिया। गुस्साए वकीलों ने डीएसपी गोपाल चंदेल की सरकारी गाड़ी को रोक लिया और उसके आगे खड़े होकर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। उनकी मांग थी कि नाई थाने के हेड कॉन्स्टेबल पवन यादव पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
करीब एक घंटे तक वकील डीएसपी की गाड़ी के सामने से हटने को तैयार नहीं हुए। स्थिति बिगड़ती देख डीएसपी ने तुरंत एसपी योगेश को मामले की जानकारी दी। दबाव बढ़ता देख आरोपी हेड कॉन्स्टेबल पवन यादव को लाइन हाजिर कर दिया गया। डीएसपी ने वकीलों को अपने मोबाइल पर आदेश दिखाया, जिसके बाद माहौल शांत हुआ और वे कोर्ट से रवाना हो सके।
पीड़ित एडवोकेट धर्मेंद्र धाबाई निवासी हवाला ने बताया कि 29 नवंबर की रात उनके बड़े भाई के रेस्टोरेंट पर कुछ असामाजिक तत्व झगड़ा कर रहे थे। वह मौके पर पहुंचे तो उन लोगों ने पत्थरबाजी कर दी। जान बचाकर वे थाने पहुंचे, लेकिन वहां हेड कॉन्स्टेबल पवन यादव ने उनके साथ बदसलूकी की और थप्पड़ मार दिया। आरोपी ने उन पर ही मामला दर्ज होने का हवाला दिया।
धाबाई ने कहा कि उन्होंने भी रिपोर्ट दी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
वरिष्ठ वकील चेतनपुरी गोस्वामी ने कहा—
“हाल ही में हाईकोर्ट ने पुलिस को नसीहत दी है कि उन्हें यह सिखाया जाए कि जनता के साथ कैसे पेश आना है। अगर वकीलों के साथ ऐसी घटनाएं दोहराई गईं, तो आगे से किसी भी पुलिसकर्मी को कोर्ट परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।”